नई दिल्ली: पुष्कर सिंह धामी की सरकार में दिग्गज मंत्री रहे प्रदेश के बड़े दलित नेता यशपाल आर्य और उनके विधायक बेटे के भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल होने के बाद अब भाजपा ने नए सिरे से नाराज नेताओं को मनाने का अभियान शुरू कर दिया है।
प्रदेश के दिग्गज नेताओं को मनाने के इस अभियान की कमान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने खुद संभाल ली है।
पार्टी और खास तौर से प्रदेश सरकार से नाराज चल रहे नेताओं को मनाने के अभियान के तहत पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को धामी सरकार के कद्दावर मंत्री हड़क सिंह रावत और विधायक उमेश शर्मा काऊ से मुलाकात की।
इस मुलाकात के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और प्रदेश से राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी भी मौजूद रहे।
बताया जा रहा है कि रावत और उमेश शर्मा दोनों ने पार्टी नेतृत्व के सामने अपनी सारी समस्याएं रख दी है और आलाकमान की तरफ से इन दोनों नेताओं को जल्द समाधान का आश्वासन दिया गया है।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के पहले शनिवार दोपहर को ही हरक सिंह रावत और उमेश शर्मा काऊ ने उत्तराखंड भाजपा प्रभारी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम एवं राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी के साथ बैठक कर तमाम मुद्दों पर अपनी बातें रखी थी।
इसके बाद शाम को दोनों नेताओं की राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ हुई मुलाकात से फिलहाल तो यही लग रहा है कि मामला पटरी पर लौटता नजर आ रहा है।
हालांकि मुलाकातों के दौर पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के एक नेता ने बताया कि प्रदेश सरकार के मंत्री और विधायक की यह प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ मुलाकात थी।
कुछ महीने बाद प्रदेश में विधान सभा चुनाव होने है और इन मुलाकातों में प्रदेश के राजनीतिक हालात और चुनाव की तैयारियों को लेकर ही चर्चा हुई है।
हालांकि पार्टी सूत्र बता रहे हैं कि आलाकमान हरक सिंह रावत को पार्टी के साथ जोड़े रखने के लिए उन्हें बड़ी भूमिका देने का मन बना रही है और आने वाले दिनों में चुनाव या संगठन के लिहाज से उन्हें बड़ी भूमिका देने का ऐलान किया जा सकता है।