लोहरदगा: प्रखंड के बड़कीचांपी तालाब में प्रतिमा विसर्जन के दौरान प्रतिमा के नीचे दब जाने से बड़कीचांपी के मोची टोला गांव निवासी जलेश्वर मोची की मौत हो गई। मौत के बाद खुशी का माहौल गम में बदल गया।
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वहीं घटना की सूचना पर बीडीओ मनोरंजन कुमार व थाना प्रभारी अनिल उरांव गांव पहुंच कर मामले की जानकारी ली।
परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए पांच हजार रुपए दिए। इसके अलावा सरकारी प्रावधान के अनुसार मदद का आश्वासन दिया।
वहीं परिजनों ने बीडीओ व थाना प्रभारी को बताया कि जलेश्वर घर का एक मात्र कमाऊ सदस्य था। उसकी पांच बेटियां है। जिसमें तीन की शादी हो चुकी है, दो बड़ी हो चुकी है। अब दोनों की शादी कैसे होगी।
वहीं परिजनों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की। मामले पर थाना प्रभारी ने बताया कि शाम चार बजे मूर्ति विसर्जन के लिए पांच से छह लोगों के साथ जलेश्वर तालाब के अंदर गया था।
लेकिन कीचड़ में फंस जाने कारण पानी के अंदर ही रहा गया। साथ ही प्रतिमा से दब गया। पानी से निकलकर लोगों ने जलेश्वर की खोजबीन की। उसे कही नहीं पाए जाने पर सभी तालाब के अंदर खोजने लगे। वहीं देखा गया कि वह पानी में प्रतिमा से दबा है।
काफी मशक्कत से उसे निकल कर बसारडीह आई शर्ट अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया। जहां बेहतर चिकित्सा के लिए उसे सदर अस्पताल ले जाया गया।
जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। वहीं घटना की सूचना पर पूर्व विधायक कमल किशोर भगत मृतक के घर पहुंच कर परिजनों का ढांढस बंधाया।