गुमला: गुमला पुलिस ने चर्चित गुरदरी सामूहिक दुष्कर्म के अन्य सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गुमला के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मनीष चंद्र लाल ने मंगलवार को गुमला थाना परिसर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 15 अक्टूबर को दो नाबालिग बहनें अपने चचेरे भाई सुखमोन मुंडा के साथ जोभीपाठ में दुर्गापूजा मेला देखने गयी थीं।
मेला देखने के बाद तीनों पैदल अपने गांव चौरापाठ लौट रहे थे। रास्ते में तीन मोटरसाइकिल पर सवार 10 युवक दोनों बहनों पर गंदा कमेंट करने लगे। जब भाई सुखमोन मुंडा ने विरोध किया, तो युवकों ने उसे भी गालियां देनी शुरू कर दी।
थोड़ी दूर आगे जाने के बाद लोधा पाठ पतरा के निकट सभी युवक वहां पहुंचे और सुखमोन मुंडा को कतारी और लात-घूसा से मारने लगे। सुखमोन अपनी जान बचाने के लिए वहां से भाग गया।
इसके बाद दोनों नाबालिग लड़कियों को वे युवक बलपूर्वक जंगल में ले गये, जहां सभी 10 युवकों ने उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। दोनों बहनें विरोध करते हुए चिल्लाने लगीं।
तब उन लोगों ने जान से मारने की धमकी दी और दोनों बहनों को घसीटते हुए बक्शी पतरा ले गये। वहां फिर से सामूहिक दुष्कर्म किया गया। इधर, सुखमोन ग्रामीणों के साथ वहां पहुंचा, तो सभी दुष्कर्मी दोनों लड़कियों को छोड़कर भाग गये थे।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मनीष चंद्र लाल ने बताया कि पीड़िता के बयान और अनुसंधान के क्रम में 10 आरोपियों का नाम सामने आया। इसके बाद सभी 10 आरोपियों के खिलाफ गुरदरी थाना में मामला दर्ज किया गया।
इनमें से एक आरोपी अजीत भगत ने ग्रामीणों के डर व शर्मिंदगी के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जबकि, दो आरोपियों समीन असुर और प्रेम उरांव को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया गया था।
शेष सात आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए भागे-भागे फिर रहे थे। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि ये सभी सातों आरोपी जिला मुख्यालय में एक घर में छिपे हुए हैं। इनकी मंशा अदालत में आत्मसमर्पण करने की है।
इस सूचना के बाद पुलिस ने छापामारी कर सभी सात आरोपियों सतीश सनी देओल, विवेकानंद, संजय उरांव, अर्जुन भगत, धर्म चंद्र और सोमेश्वर भगत (सभी ग्राम नीचे लोधा पाठ, थाना गुरदरी) और महेश (ग्राम शिवराजपुर, थाना घाघरा) को गिरफ्तार कर लिया।