रांचीः लंबे समय तक कोरोना वायरस से जूझने के बाद रांची के लोगों में अब वायरल अटैक का खतरा बढ़ गया है।
आलम ये है कि स्टेट के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के मेडिसीन ओपीडी में हर दिन 200 के करीब मरीज पहुंच रहे हैं, जिनमें 90 परसेंट मरीजों में वायरल जैसे लक्षण पाये जा रहे हैं।
जी हां, मौसम में बदलाव के बाद वायरल फ्लू, सर्दी-खांसी के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। रांची के रिम्स वायरल के सबसे अधिक मरीज पहुंच रहे हैं।
8-10 दिन लग रहे वायरल मरीजों के इलाज में
यहां बताया कि डेंगू के मरीज फिलहाल नहीं के बराबर आ रहे हैं। बीच-बीच में एक-दो मरीज डेंगू के आते हैं, पर महामारी जैसी स्थिति नहीं है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में वायरल फीवर तीन से पांच दिनों में खत्म हो जा रहा है।
वैसे मरीज जिनका संक्रमण छाती तक पहुंच जा रहा है या टॉनसिल को प्रभावित करता है, उन्हें ठीक होने में 8 से दस दिन लग जाते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले महीने की तुलना में वायरल के मरीजों की संख्या में कमी आई है।
सदर में भी आधे से ज्यादा मरीज वायरल अटैक वाले
इधर, सदर अस्पताल में अब तक डेंगू के मरीज की रिपोर्ट नहीं की गई है।
यहां बताया गया कि अब तक डेंगू के लिए एंटीजेन टेस्ट में कोई पॉजिटिव नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि समान्य तौर पर ऐसे मरीजों में प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है, बदन टूटने जैसे दर्द होने लगता है, ऐसे मामले फिलहाल नहीं मिले हैं।
हालांकि उन्होंने बताया कि सदर के मेडिसीन ओपीडी में आने वाले मरीजों में करीब 50 फीसदी मरीज सर्दी, खांसी, बहती नाक, जुकाम जैसे लक्षण वाले पहुंच रहे हैं।