नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को तीन दिवसीय यात्रा पर जम्मू-कश्मीर पहुंचे, इस दौरान वह केंद्र शासित प्रदेश की सुरक्षा स्थिति पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश की यह उनकी पहली यात्रा है और इस महीने कश्मीर में 11 नागरिकों की हत्या के बाद उनका यह दौरा काफी महत्वपूर्ण है।
गृह मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, राजभवन में सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों के साथ वह दोपहर 12.30 बजे उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
बैठक में इंटेलिजेंस ब्यूरो के प्रमुख अरविंद कुमार, सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह, एबीएसएफ के डीजी पंकज सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के डीजी एमए गणपति, जम्मू-कश्मीर पुलिस के एडीजी दिलबाग सिंह, सेना कमांडर और अन्य अधिकारी शामिल होंगे। बैठक में जम्मू पुलिस के महानिरीक्षक और कश्मीर पुलिस के महानिरीक्षक भी मौजूद रहेंगे।
जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिदेशक कश्मीर में अल्पसंख्यकों और गैर-स्थानीय लोगों को लक्षित हाल के आतंकवादी हमलों और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए किए गए उपायों पर एक प्रस्तुति देने की संभावना है।
वह शाम करीब 4.45 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जम्मू-कश्मीर यूथ क्लब के युवा सदस्यों से भी बातचीत करेंगे। शाम करीब छह बजे वह राजभवन से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पहली श्रीनगर-शारजाह अंतर्राष्ट्रीय उड़ान का उद्घाटन करेंगे।
शाह के आतंकी हमले के पीड़ितों के परिवारों स्थानीय फार्मासिस्ट पंडित माखन लाल बिंदू, स्कूल शिक्षक सुपिंदर कौर और युवा उप-निरीक्षक अरशद अहमद मीर से मिलने की संभावना है।
रविवार को गृह मंत्री जम्मू का दौरा करेंगे और पार्टी कार्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे और फिर भगवती नगर में एक जनसभा करेंगे।
केंद्र के आउटरीच कार्यक्रम के तहत उनके विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों के साथ बातचीत करने की उम्मीद है।