नई दिल्ली: माल एवं सेवा कर (GST) अधिकारियों ने फर्जी कंपनियों के जरिए 48 करोड़ रुपये से ज्यादा की जीएसटी की चोरी के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। वित्त मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।
वित्त मंत्रालय ने जारी बयान में कहा कि जीएसटी आसूचना महानिदेशालय (डीजीजीआई) की गुरुग्राम क्षेत्रीय इकाई ने जाली दस्तावेजों के आधार पर यह कार्रवाई की।
GST अधिकारियों ने कई फर्जी कंपनियां चलाने के आरोप में जीएसटी अधिनियम के प्रावधानों के तहत अलग-अलग मामलों में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
मंत्रालय के मुताबिक आरोपितों ने 20 से ज्यादा फर्जी फर्मों के जरिये जाली बिल निकालकर 22 करोड़ रुपये से अधिक का इनपुट कर क्रेडिट (आईटीसी) हासिल किया। इस मामले में 5 और 9 अक्टूबर को दिल्ली से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
इसी तरह के एक अन्य मामले में GST अधिकारियों ने हरियाणा के एक निवासी को भी गिरफ्तार किया है, जिसके पास बड़ी मात्रा में सरकारी विभागों के फर्जी टिकट, चेक बुक और कई फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं।
गौरतलब है कि इस तरह के दस्तावेजों का इस्तेमाल सामान की फर्जी बिक्री दिखाकर ‘इनपुट टैक्स क्रेडिट’ वसूलने के लिए किया जाता है।