रामगढ़: जिले के गोला प्रखंड के बरलंगा थाना क्षेत्र में एक शिक्षक द्वारा बेरहमी से पिटाई किए जाने के कारण छात्र की आंख फूटने का गंभीर मामला सामने आया है।
मामला राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय, सरगडीह का है, जहां क्लास 5 के छात्र 11 वर्षीय विवेक करमाली की आंख फूटने का है।
जैसे ही यह खबर छात्र के परिजनों को मिली स्थानीय लोगों ने स्कूल पर धावा बोल दिया। काफी संख्या में स्थानीय लोगों ने स्कूल का घेराव कर दिया।
होमवर्क करके नहीं आया था छात्र
जानकारी के अनुसार, छात्र होमवर्क करके स्कूूल में नहीं लाया था। इससे गुस्साए शिक्षक ने छड़ी से उसकी पिटाई शुरू कर दी, इसी दौरान छात्र की दायीं आंख फूट गई।
बोकारो के पेटरवार स्थित नेत्र चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने रेटिना फटने की बात कही और बेहतर इलाज के लिए उसे रिम्स रांची रेफर कर दिया है।
लोगों का फूटा गुस्सा, स्कूल में जमकर हंगामा
इधर, इस घटना से गुस्साए स्वजन व ग्रामीण स्कूल पहुंचकर हंगामा करने लगे। बाद में स्थानीय मुखिया कपलेश्वर महतो ने स्कूल पहुंचकर हो-हंगामा शांत कराया।
छात्र के पिता अशोक करमाली ने विवेक व अन्य विद्यार्थियों के हवाले से बताया कि मंगलवार की सुबह स्कूल खुलते ही प्रार्थना सभा के बाद सभी छात्र कक्षा में चले गए। इस बीच पारा शिक्षक कपरूरी प्रमाणिक होमवर्क नहीं करने पर छड़ी से विवेक की पिटाई करने लगे। इसी दौरान यह घटना घटी।
क्या कहता है आरोपी शिक्षक
वहीं, मामले में आरोपित पारा शिक्षक कपरूरी प्रमाणिक ने कहा कि छात्र कक्षा में शोर मचा रहे थे। दूसरे छात्र को वह हाथ पर छड़ी से पीटने का प्रयास कर रहे थे।
इस बीच छात्र ने हाथ पीछे कर लिया और छड़ी बेंच से जा टकराई। इससे उसका एक भाग टूट गया। इससे विवेक की आंख में चोट लग गई। उन्होंने कहा कि मैंने जानबूझकर ऐसा नहीं किया है। यह महज अनहोनी हो गई।
क्या कहते हैं बीईईओ
इस संबंध में गोला के बीईईओ महावीर पासवान का कहना है कि कक्षा में छात्र शोर मचा रहे थे। शिक्षक ने शांत रहने के लिए छड़ी को बेंचपर मारकर डराने का प्रयास किया। इसी बीच अचानक छड़ी टूटकर आंख में लग गई। बावजूद इस मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
क्या कहते हैं बीडीओ
बता दें कि मामला मंगलवार का बताया जा रहा है वहीं, मामले में गोला बीडीओ संतोष कुमार का कहना है कि आखिर पारा शिक्षक के हाथ में छड़ी कहां से आई।
शिक्षकों को स्कूल में हाथ में छड़ी रखने का प्रावधान नहीं है। घटना की जांच के लिए स्कूल जाएंगे। घटना सही साबित होने पर पारा शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।