रांची: महापर्व छठ की तैयारी को लेकर रांची नगर निगम क्षेत्र के लगभग 45 तालाब और दो बड़े जलाशय तैयार हो चुके हैं। इस बार रांची नगर निगम एवं छठ पूजा समिति के संयुक्त सहयोग से छठ घाटों की सफाई की गई है।
उम्मीद है कि इस वर्ष रांची नगर निगम क्षेत्र के तालाबों की तुलना में छठ व्रतियों की संख्या कम पड़ जाएगी। सोमवार को तालाबों का निरीक्षण करने के दौरान ये बातें मेयर आशा लकड़ा ने कही।
उन्होंने छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं से आग्रह करते हुए कहा कि इस वर्ष कांके और हटिया डैम में भीड़ न करें, तालाबों की ओर भी जाएं। मेयर ने कहा कि अभी भी काली पूजा एवं चित्रगुप्त पूजा करने वाले लोग तालाबों में मूर्ति और पूजन सामग्रियों को विसर्जित कर रहे हैं।
हालांकि रांची नगर निगम के सुपरवाइजर एवं जोनल सुपरवाइजर तालाबों की सफाई को लेकर काफी तत्पर हैं। प्रतिदिन तालाबों और जलाशयों से पूजन सामग्री निकाले जा रहे हैं। जगन्नाथपुर मंदिर के समीप स्थित तालाब की सफाई वीड हार्वेस्टिंग मशीन से कराई गई है।
उन्होंने शहरवासियों से अपील करते हुए कहा कि तालाबों एवं जलाशयों में बनाए गए जलकुंड में ही पूजन सामग्रियों को विसर्जित करें, ताकि रांची नगर निगम के सफाईकर्मियों को तालाब की सफाई करने में सुविधा हो।
मेयर ने यह भी कहा कि गहरे तालाबो एवं जलाशयों में छठव्रतियों की सुरक्षा के लिए बांस-बल्ली के सहारे रेड रिबन लगाने का काम शुरू हो गया है।
गहरे तालाबों और जलाशयों में एनडीआरएफ की टीम उपस्थित रहेगी, ताकि कोई दुर्घटना न हो। इसके अलावा रांची नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि छठ घाटों पर व्रतियों की सुविधा के लिए अस्थाई चेंजिंग रूम का निर्माण कराएं।
निरीक्षण के दौरान मेयर ने तिरिल तालाब, बनास तालाब, नायक तालाब, चुटिया तालाब, कमलू तालाब, 21 महादेव घाट, स्वर्णरेखा घाट सहित कई छठ घाटों का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के बाद मेयर ने रांची नगर निगम के संबंधित अधिकारी को बिजली व्यवस्था, डीजल व्यवस्था, गहरे तालाबों में बांस-बल्ली के सहारे रेड रिबन लगाने एवं एनडीआरएफ की टीम को व्यवस्थित करने का निर्देश दिया।