जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम में स्वाइन फ्लू के चार और संदिग्ध केस मिले हैं। इससे पहले छह संदिग्ध मिले थे। हालांकि इन 10 लोगों की सिर्फ लक्षण के आधार पर जांच की गई है।
शनिवार को मिले चारों संदिग्ध टीएमएच में इलाजरत हैं, जहां से जांच के लिए सैंपल सर्विलांस विभाग को भेजा गया है। इसके अलावा दो डेंगू के भी संदिग्ध शनिवार को पाए गए और इनकी भी जांच कराई जा रही है।
इनमें से एक तामोलिया स्थित ब्रह्मानंद अस्पताल, जबकि दूसरा टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती है। इससे पहले शुक्रवार को स्वाइन फ्लू के छह संदिग्ध मरीज मिले, जिनका टीएमएच में इलाज चल रहा है।
2021 में पहली बार जिले में इतनी संख्या में स्वाइन फ्लू के संदिग्ध केस मिले हैं। इसके अलावा जेई एवं डेंगू के भी तीन-तीन संदिग्ध मरीज शुक्रवार को मिले थे। अब डेंगू के संदिग्धों की संख्या पांच हो गई है।
शुक्रवार को मिले डेंगू के सभी मरीज चाकुलिया प्रखंड के निवासी हैं। जेई के तीनों संदिग्ध मरीज कपाली के निवासी हैं, जो टीएमएच में इलाज करा रहे हैं।
स्वाइन फ्लू के बारे में क्या कहते हैं चिकित्सक
जिला सर्विलांस पदाधिकारी सह अपर सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल के अनुसार, इसमें पैनिक की जरूरत नहीं है। यह एक वायरल इंफेक्शन है। यह भी कोविड की तरह एक से दूसरे में फैलता है।
इससे बचने के लिए संक्रमित लोगों से दूर रहना चाहिए। इसके लिए एंटी वायरल दवा उपलब्ध है और इसका इलाज संभव है।
इस वायरस की वैक्सीन भी है। हम यदि देखेंगे कि स्वाइन फ्लू एक तरह से मौसमी बीमारी की तरह है और इस मौसम में संभावना रहती है।
डॉ. पाल के अनुसार, आपको बुखार के साथ बहती नाक, गले में सूजन और छाती जाम होने जैसी शिकायतें भी हों तो जांच करवा लें।
साथ ही 101 डिग्री से ऊपर बुखार हो या फिर सांस लेने में तकलीफ हो रही हो, थकान महसूस हो रही हो, भूख में कमी आई हो या फिर उल्टी की शिकायत हो तो एक बार चिकित्सक से संपर्क करें।