नई दिल्ली: किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि केन्द्र सरकार किसानों के मुद्दों पर गंभीर नहीं है।
टिकैत ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि तीनों कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे लगभग 750 किसान शहीद हो गए और भारत सरकार की तरफ से एक भी शोक संदेश नहीं आया।
अब देश के किसानों को यह लगता है कि प्रधानमंत्री को उनकी परवाह नहीं है। राकेश टिकैत ने कहा कि आने वाले दिनों में किसान संगठन आंदोलन को और तेज करने जा रहे हैं । संयुक्त किसान मोर्चा इस दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है।
आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन को और तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 22 नवबंर को लखनऊ में किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा।
संयुक्त किसान मोर्चा की यह महापंचायत किसान विरोधी सरकार और तीनों काले कानूनों के विरोध में ताबूत में आखिरी कील साबित होगी। किसान संगठन अब पूर्वांचल में भी आंदोलन को तेज करेंगे।