जमशेदपुर: जिले के गोलमुरी पुलिस लाइन में तैनात सिपाही दिलीप कुमार ने ही चाकू मारकर अपने साला शशि होरो की रांची के सदर थाना क्षेत्र के कोकर जयप्रकाश नगर में हत्या की थी।
दिलीप को संदेह था कि उसकी पत्नी का दूसरे से संबंध होने का कसूवार उसका साला है। इसी वजह से उसने तीन दिनों पहले हत्या की और फिर गोलमुरी पुलिस लाइन में पहुंचकर ड्यूटी करने लगा।
रांची सदर पुलिस ने छानबीन के बाद बीती रात दिलीप को पुलिस लाइन से गिरफ्तार कर ले गई। शुरुआत में यह खबर दी गई कि शशि होरो के पेट में घर में गिरने से सरिया घुस गया है।
परिवार वालों को संदेह होने पर पोस्टमार्टम कराया, जिसमें चाकू से हमले की बात सामने आई। छानबीन में हत्या मृतक के जीजा द्वारा करने की बात सामने आई। इसके बाद दिलीप को गिरफ्तार कर लिया गया।
क्या है मामला
रिम्स में रविवार को शशि की मौत के बाद परिजन उसका अंतिम संस्कार करने जा रहे थे तभी सदर थाना पुलिस ने मामले के संदिग्ध होने की सूचना पर अंतिम संस्कार रोक कर शव का पोस्टमार्टम कराया।
फिर पता चला कि किसी धारदार हथियार से शशि पर जानलेवा हमला किया गय था। इसके बाद पुलिस ने छानबीन की तो सामने आया कि शशि की हत्या उसके जीजा दिलीप ने की थी।
तब सदर थाना पुलिस ने जमशेदपुर के गोलमुरी पुलिस लाइन में तैनात सिपाही दिलीप को गिरफ्तार कर लिया। दिलीप को यह शक था कि उसकी पत्नी का किसी के साथ अवैध संबंध है। वह इसके लिए शशि को कसूरवार मान रहा था।
इसी संदेह में आरोपित ने शशि की हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद सिपाही दिलीप जमशेदपुर भाग गया था। पुलिस ने जब परिवार के सदस्यों से कड़ाई से पूछताछ की, तब उन्होंने हत्या की इस घटना का सच उगल दिया।
इसके बाद पुलिस की एक टीम जमशेदपुर गई और छापेमारी करने के बाद आरोपित को दबोच लिया। इस घटना में पत्नी के बयान पर उसके पति पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पूछताछ में हुआ मामले का खुलासा
पूछताछ में आरोपी दिलीप ने पुलिस को बताया कि घटना से तीन दिन पहले वह जमशेदपुर से रांची आया था। अपने ससुराल में ही रह रहा था। शनिवार को वह ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए दोपहर में जमशेदपुर के लिए निकल गया। मगर, वह जमशेदपुर नहीं गया।
उसने सोचा कि पत्नी को रंगे हाथ पकड़ना है। इसलिए उसने रास्ते में ही अपने एक मित्र के साथ शराब पी। शाम को वह शराब के नशे में धुत ससुराल पहुंचा। पत्नी समेत उसकी तीनों बेटियां घर पर टीवी देख रही थीं। साला शशि भी वहां मौजूद था।
उसने शशि पर घर में अड्डेबाजी कराने का आरोप लगाते हुए गाली-गलौज करने लगा। शशि ने जब इसका विरोध किया तो उसने उसके पेट में चाकू घोंप दिया। इसके बाद वह घर से निकलकर जमशेदपुर भाग निकला।