रांची: एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने 15 नवंबर को प्रस्तावित कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है। मोर्चा के सदस्य संजय दुबे ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा का शिष्टमंडल शनिवार को शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के बुलावे पर उनके आवास पहुंचा।
शिष्टमंडल के साथ मंत्री की वार्ता हुई। पारा शिक्षकों के स्थायीकरण, वेतनमान की नियमावली लागू करने में हो रही देरी पर शिष्टमंडल ने नाराजगी जाहिर की। मंत्री ने शिष्टमंडल को आश्वस्त किया कि 29 दिसंबर, 2021 को पारा शिक्षकों की नियमावली लागू करने की घोषणा होगी।
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किसी भी कीमत पर इस बार नियमावली लागू होगी। 29 दिसंबर के पूर्व ही विधि, वित्त एवम कैबिनेट से मंजूरी का कोरम पूरा कर लिया जाएगा। साथ ही 15 नवंबर को मुख्यमंत्री पारा शिक्षकों के मुद्दे पर अपनी बात भी रखेंगे।
उन्होंने बताया कि बातचीत के क्रम में ये भी तय हुआ कि सिर्फ प्रशिक्षित पारा शिक्षकों का परीक्षा के परिणाम के पूर्व तत्काल प्रभाव से मानदेय भी बढ़ेगा।
सरकारी शिक्षक नियुक्ति में पारा शिक्षकों के 50 प्रतिशत आरक्षण हटाने के मामले में शिष्टमंडल द्वारा की गई आपत्ति पर मंत्री ने आश्वस्त करते हुए कहा कि आरक्षण नहीं हटेगा।
अतः एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की राज्य कमेटी ये निर्णय करती है कि 15 नवंबर का कार्यक्रम तत्काल प्रभाव से स्थगित किया जाता है।
सरकार को अंतिम अवसर देंगे। 29 दिसंबर को राज्य के तमाम पारा शिक्षक फूल माला के साथ मोराबादी में जुटेंगे एवं नियमावली लागू होने की घोषणा पर मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री का स्वागत करेंगे।
उल्लेखनीय है कि पारा शिक्षकों ने स्थाई करण और वेतनमान की मांग नहीं मानने पर 15 नवंबर को रांची के मोरहाबादी मैदान में महा जुटान का ऐलान किया था।
इस अवसर पर बिनोद बिहारी महतो, संजय कुमार दुबे, ऋषिकेश पाठक, प्रमोद कुमार, दशरथ ठाकुर, मोहन मंडल, प्रद्युम्न कुमार सिंह (सिंटू) उपस्थित थे।