रायपुर: झीरम कांड की जांच रिपोर्ट को लेकर उपजे विवाद पर डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि सच सामने आना चाहिए। रिपोर्ट को विधानसभा के पटल पर रखा जाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार की देर रात दिल्ली से लौटने के बाद झीरम घाटी मामले की जांच रिपोर्ट को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आज राजभवन से रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दिया गया हैं।
राज्य सरकार इस रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं करेगी। क्योंकि रिपोर्ट अभी अधूरी है। उन्होनें कहा कि आयोग के सचिव ने लिखा है जांच पूरी नहीं हुई है। इधर रिपोर्ट भी सौंप दिया गया है।
इस मामले को लेकर अलग-अलग तथ्य सामने आ रहे है। अलग अलग बाते सामने आने के बाद और एजी और विधि विभाग के अभिमत के बाद राज्य सरकार ने नए सिरे से आयोग का गठन किया गया है। जो आगे जांच करेगी।
इससे पहले आरंग में आयोजित भाजपा के दी वाली मिलन समारोह में शामिल होने दिल्ली से यहां पहुंची भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी ने छत्तीसगढ़ की धरती पर कदम रखते ही कांग्रेस की पदयात्रा को लेकर तीखा तंज कसा ।
समारोह में शामिल होने के बाद देर शाम एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने भी राज्य सरकार के खिलाफ कई बिंदुओं पर अपनी बातें रखी हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ में शराबबंदी तो कर नहीं सकती, और गांजे पर पाबंदी की बात करती है।
राज्य में बढ़ते अपराध के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि डीजीपी बदलने से अपराध कम नहीं होगा, बल्कि इसके लिए जमीनी स्तर पर काम करना होगा।
बीते कल हुई डीजीपी नियुक्ति पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सीनियर अफसरों को नजरअंदाज करते हुए जूनियर को डीजीपी बनाया गया।
उन्होंने कहा है कि मैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पूछना चाहता हूं कि जब दूसरे राज्यों में पेट्रोल-डीजल के दाम कम हो गए, तो छत्तीसगढ़ में क्यों नहीं? ऐसे में लोग पड़ोसी राज्यों से पेट्रोल-डीजल खरीदेंगे, तो राज्य को राजस्व का नुकसान होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार के खिलाफ निगेटिव बात करने से कुछ नहीं होगा, बल्कि जमीनी स्तर पर काम करना होगा।