धनबाद : धनबाद रेलवे स्टेशन पर रविवार को यात्रियों ने काफी देर तक जमकर हंगामा किया। उनसे लिया गया ट्रेन का किराया वे वापस मांग रहे थे।
रेलवे अधिकारी भी उन्हें किराया वापस नहीं करने के अपने फैसले पर अड़े रहे। इससे यात्रियों की नाराजगी और भड़क उठी।
मामला बिगड़ता देख आरपीएफ को मोर्चा संभालना पड़ा। आरपीएफ ने यात्रियों को समझाने की कोशिश की। हालांकि, इससे भी यात्रियों का गुस्सा शांत नहीं हुआ।
दरअसल, भारी बारिश के कारण दक्षिण भारत में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। बारिश के कारण ट्रेनों का परिचालन भी प्रभावित हुआ है।
कई ट्रेनें रद्द कर दी गयी हैं। आलम यह है कि ट्रेनों को गंतव्य के बजाय बीच में ही किसी स्टेशन पर रोक दिया जा रहा है। शनिवार को धनबाद-एलेप्पी एक्सप्रेस के साथ भी ऐसा ही हुआ।
दक्षिण भारते के विजयवाड़ा स्टेशन के पास रेल लाइन में जलजमाव के कारण शनिवार को धनबाद-एलेप्पी एक्सप्रेस ट्रेन को धनबाद से राउरकेला तक ही चलाया गया।
यह ट्रेन रविवार की सुबह राउरकेला से धनबाद लौट आयी। धनबाद स्टेशन पर उतरते ही इस ट्रेन के यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया। यात्री कहने लगे कि ट्रेन गंतव्य तक नहीं गयी है, इसलिए उन्हें शेष हिस्से का किराया लौटाया जाये।
इस पर उन्हें रेलवे की ओर से बताया गया कि शेष हिस्से का किराया लौटाने का प्रावधान नहीं है। अगर यात्री यात्रा नहीं करते, तो उन्हें किराया लौटा दिया जाता।
रेलवे की ओर से यात्रियों को बताया गया कि ट्रेन खुलने के चार घंटे पहले तक ही कन्फर्म टिकटों का किराया लौटाने का नियम है।
रेलवे की ओर से मिले इस जवाब से यात्रियों की नाराजगी और बढ़ गयी और स्टेशन मास्टर के पास जाकर हंगामा करने लगे। उसके बाद यात्री आरक्षण काउंटर पर जाकर हंगामा करने लगे।
मामले की सूचना मिलते ही आरपीएफ वहां पहुंची और यात्रियों को समझाने की कोशिश करने लगी। लेकिन, यात्री किराया वापस करने की मांग पर अड़े रहे। इसके बाद धनबाद रेलवे स्टेशन के कर्मचारियों ने मामले की जानकारी सीनियर अधिकारियों को दी।