न्यूज़ अरोमा रांची: रांची की हरमू कॉलोनी के सी-55 में रहने वाले कांट्रैक्टर अरविंद सिंह (49) की गोली लकने से मौत हो गई।
गढ़वा के भवनाथपुर में शादी समारोह के दौरान नर्तकियों का डांस देखने के दौरान होटल अनुराज में फायरिंग हुई थी, जिसकी गोली अरविंद सिंह की जांघ को छेदते हुए पीठ की ओर से निकल गई थी।
अत्यधिक खून बह जाने के कारण उनकी मौत हो गई। समय पर उपचार होता तो जान बच सकती थी।
परिजनों को उनका शव हॉस्पिटल में होने की खबर गुरुवार सुबह 9 बजे मिली।
इसके बाद ससुराल और परिजन अस्पताल पहुंचे। अरविंद मजदूर नेता भागवत सिंह के पुत्र और पूर्व मंत्री संकटेश्वर सिंह के रिश्ते में दामाद थे।
चार-पांच दिन पहले पूरे परिवार के साथ पांकी के निमाचक गांव स्थित ससुराल पहुंचे थे।
एसआईटी गठित, सीसीटीवी फुटेज की हो रही जांच
अरविंद के रिश्तेदार अभय चाैहान की शिकायत पर भवनाथपुर थाने में इनके खिलाफ षड्यंत्र के तहत गाेली मारकर हत्या करने का केस दर्ज किया गया है।
एफआईआर में कहा गया है कि नाै दिसंबर की रात नीलू सिंह के गेस्ट हाउस में शादी कार्यक्रम में गाेली चली, जाे अरविंद सिंह काे लगी। उन्हें पलामू सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी माैत हाे गई।
जांच की जिम्मेदारी भवनाथपुर के दाराेगा संजय बेदिया काे साैंपी गई है। शुक्रवार काे अरविंद सिंह का रांची में अंतिम संस्कार किया गया। उधर, इस मामले में गढवा एसपी ने एसआईटी गठित कर दी है।
सीसीटीवी फुटेज निकाल जांच की जा रही है।
सदमे में हैं पापा
अरविंद के सीसीएलकर्मी (रिटायर) पिता भागवत सिंह काे उनकी मृत्यु का यकीन नहीं हाे रहा। कहते हैं, एेसा कैसे हाे गया। आज ताे उसे पांकी जाना था। वहां उसके ससुराल में गृह प्रवेश था। बहू भी वहीं है। मेरा बेटा ताे गाय के समान है। उसे किसने गाेली मारी।
गृह प्रवेश में गए थे ससुराल
राज कमल ने बताया कि 10 दिसंबर को अरविंद के पांकी स्थित ससुराल में गृह प्रवेश का कार्यक्रम भी था। अरविंद और उनके परिजन उस कार्यक्रम में भी शामिल होने वाले थे।
दोस्तों ने नहीं दी सूचना
मृतक के छोटे भाई राज कमल का आरोप कि अरविंद की गाड़ी से ही सभी दोस्त शादी समारोह में शामिल होने गए थे। धनंजय ने अपनी गाड़ी अरविंद के ससुराल में ही रख दी थी।
लेकिन भाई को गोली लगने की सूचना हमें नहीं दी। इसके बाद सभी ने मोबाइल भी स्वीच अॉफ कर दिया। राज कमल सिंह भवनाथपुर पहुंचे।
क्या है मामला
राज कमल ने बताया कि अरविंद के स्कूल फ्रेंड के बेटे की शादी 9 दिसंबर को भवनाथपुर में थी। वे अपनी पत्नी के साथ रांची से निकले थे।
पत्नी को पांकी में छोड़ने के बाद वह मोरहाबादी में रहने वाले दोस्त धनंजय सिंह, सीसीएल में कार्यरत अवध बिहारी और रामगढ़ के विनय कुमार सिंह के साथ समारोह में शामिल होने चले गए। रात लगभग 10.30 बजे द्वारपूजा की रस्म पूरी होने के बाद बाराती होटल चले गए।
कुछ बाराती नशे में थे। वे होटल में डांसरों से नाच करने की जिद करने लगे। मना करने पर धनंजय ने लाइसेंसी हथियार से गोली चला दी। गोली अरविंद की जांघ को छेदते हुए पीठ की ओर से निकल गई।
अरविंद फर्श पर गिर गए। काफी देर तक वे पड़े रहे। इसके बाद दोस्त उन्हें मेदनी राय हॉस्पिटल में एडमिट करके फरार हो गए। अरविंद की गाड़ी को उनके शो रूम के बाहर रख कर भाग निकले।