रांचीः कोरोना को लेकर 17 मार्च 2020 से बंद राज्य के स्कूलों का संचालन लगभग डेढ़ साल से ज्यादा समय बाद फिर से सामान्य होने वाला है। इसकी तैयारी में झारखंड सरकार जुट गई है।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की अगली बैठक में प्राथमिक स्कूलों में ऑफलाइन पढ़ाई शुरू करने के साथ ही स्कूलों में पूरी अवधि तक पठन.पाठन की भी मंजूरी मिलने वाली है।
बता दें कि वर्तमान में सिर्फ छठी से 12वीं तक की ही क्लासेज ऑफलाइन चल रही हैं। साथ ही, छात्र.छात्राओं के पठन-पाठन की अवधि चार घंटे ही रखी गई है। लेकिन, अब इसमें बदलाव होगा और कोरोना काल के पूर्व चल रहे स्कूलों के रूटीन को फिर से लागू किया जाएगा।
ज्यादातर राज्यों में खुल चुके हैं स्कूल
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक इसी सप्ताह या अगले सप्ताह होगी।
इसमें मुख्य रूप से स्कूलों का संचालन सामान्य रूप से करने पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। अधिकतर राज्यों में प्राइमरी स्कूल भी पहले ही खोले जा चुके हैं।
झारखंड ही ऐसा प्रदेश है जहां पहली से पांचवी तक के स्कूल बच्चों के लिए 17 मार्च 2020 से ही बंद है।
तीसरी से पांचवीं क्लास तक के बच्चे बुलाने की तैयारी
नौवीं से 12वीं की ऑफलाइन पढ़ाई छह अगस्त से और छठी से आठवीं की ऑफलाइन पढ़ाई 24 सितंबर से शुरू की जा चुकी है।
राज्य में प्राथमिक स्कूलों को खोलने के लिए और पहली से पांचवीं क्लास में बच्चों को स्कूल बुलाने के लिए शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव पिछले महीने ही आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को भेज दिया था।
पिछली बैठक में इस पर चर्चा भी हुई, लेकिन दीपावली.छठ पूजा को देखते हुए और कोरोना संक्रमण के बढ़ने की आशंका के मद्देनजर स्कूलों को खोलने का निर्णय अगली बैठक तक के लिए टाल दिया गया।
कोरोना संक्रमण में अभी भी कमी है और ठंड भी सामान्य हैं। ऐसे में राज्य सरकार या तो पहली से पांचवी या फिर तीसरी से पांचवीं तक के बच्चों को स्कूल बुलाने पर फैसला ले सकती है।
हालांकि, शिक्षा विभाग ने पहले से ही छात्र छात्राओं को स्कूल बुलाने का प्रस्ताव दिया है,फिर शुरू होगी मिड डे मील योजना
31 मार्च तक न्यू टाइम टेबल
शिक्षा सचिव राजेश कुमार शर्मा ने एक नवंबर से 31 मार्च के लिए नया समय निर्धारित किया है।
स्कूल सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक चलेंगे। इसमें 9ण्15 बजे से 2ण्30 बजे तक छात्र.छात्राओं के पठन.पाठन का काम होगा, जबकि अगले आधे घंटे प्रारंभिक स्कूलों में मध्यान भोजन मिलेगा।
शिक्षकों को 4 बजे तक स्कूलों में रहने का निर्देश दिया गया है। शिक्षा सचिव के निर्देश के बाद कुछ जिलों ने स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को इसके पालन की सूचना जारी कर दी है।
क्लास 1 बजे तक, शिक्षक स्कूल में रहेंगे 4 बजे तक
उम्मीद है कि वर्तमान में बच्चों को 4 घंटे की ऑफलाइन पढ़ाई अब छह घंटे कर दी जाएगी। वहीं शिक्षक संगठन इसका विरोध कर रहे हैं। इनका कहना है कि फिलहाल स्कूलों में पठन.पाठन का काम आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निर्देश पर 4 घंटे के लिए हो रहा है।
ऐसे में सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक ही बच्चों की ऑफलाइन क्लास ली जा रही है, अगर 4 बजे तक शिक्षकों को रुकना होगा तो अगले 3 घंटे में क्या करेंगे, यह भी शिक्षा विभाग को स्पष्ट कर देना चाहिए।
इससे बेहतर स्कूलों का संचालन सामान्य रूप से शुरू कर देना चाहिए, ताकि शिक्षक बच्चों को पूरी अवधि में पढ़ा सकें।
पहली-दूसरी के बच्चे बिना स्कूल गए हुए प्रोमोट
सरकारी स्कूलों में पहली और दूसरी क्लास में पढ़ने वाले बच्चों ने स्कूलों का मुंह अब तक नहीं देखा है।
2020 में पहली क्लास में नामांकन लेने वाले बच्चे 2021 में दूसरी क्लास में प्रमोट कर दिए गए पर वह कोरोना की वजह से एक दिन भी स्कूल नहीं जा सके। वहीं इस साल नामांकित बच्चे भी अब तक स्कूल नहीं गए हैं।
यही हाल निजी स्कूलों का भी है। वहां भी 2020 और 2021 में शुरुआती कक्षा में नामांकित बच्चे स्कूल जाकर ऑफलाइन पढ़ाई नहीं कर सके हैं।
15 मिनट पहले और बच्चों को दस मिनट पहले विद्यालय आना होगा विद्यालय
उल्लेखनीय है कि झारखंड में पांचवी तक के स्कूल बच्चों के लिए 17 मार्च, 2020 से ही बंद है। स्कूलों का संचालन शिक्षा विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार अब शिक्षकों को हर सप्ताह 45 घंटे का कार्य अवधि पूरा करना अनिवार्य होगा।
शिक्षकों को विद्यालय खुलने के समय से 15 मिनट पहले और बच्चों को दस मिनट पहले विद्यालय आना होगा। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अनुरूप स्कूलों में गुणवत्तायुक्त शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा विभाग ने नई गाइडलाइन जारी की है।