रांची: झारखंड राज्य अनुबन्ध कर्मचारी महासंघ के केंद्रीय समिति के अध्यक्ष विक्रांत ज्योति ने कहा कि वर्तमान सरकार के कामकाज से अनुबंध कर्मियों में व्यापक आक्रोश फैला हुआ है।
यह सरकार राज्यहित में फैसला नहीं ले पा रही है। अनुबंधकर्मियों के नियमितिकरण सहित अन्य मुद्दों पर भी कोई निर्णय अब तक नहीं लिया जा सका है। विक्रांत ज्योति सोमवार को वर्चुअल बैठक में बोल रहे थे। राज्य के अनुबंध कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर एकता दिखाई है।
पारा शिक्षकों के मामलों पर भी चर्चा की
इस अवसर पर केंद्रीय संयुक्त सचिव सुशील कुमार पांडेय ने कहा कि झारखंड सरकार को खुद के चुनावी घोषणा पत्र, विभिन्न चुनावी सभाओं में दिए गये भाषण और दो वर्षो में संविदाकर्मियों के लिए किए गये कार्यो की तुलनात्मक अध्ययन कर श्वेत पत्र जारी कर बताना चाहिए कि अब तक संविदाकर्मियों के लिए क्या कार्य किए गये हैं।
बैठक में आंदोलन को लेकर भी रणनीति बनायी गयी। बैठक में मनरेगा कर्मियों,समाज कल्याण के संविदा कर्मियों, पारा शिक्षकों, बीआरपी-सीआरपी सहित दो दर्जन अनुबंध कर्मचारी संघ के कर्मियों के मामलों पर भी चर्चा की गयी।