देवघर: लम्बी प्रतीक्षा के बाद अब देवघर एयरपोर्ट से हवाई सफर की जल्द शुरुआत होगी।
देवघर एयरपोर्ट बनकर तैयार हो चुका है और अब अंतिम चरणों के कार्यों को फाइनल टच दिया जा रहा है, जिससे यह उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही देवघर एयरपोर्ट को एयरपोर्ट ऑथॉरिटी ऑफ इंडिया के हैंड ओवर कर दिया जाएगा।
देवघर एयरपोर्ट के मुख्य भवन पर बाबा बैद्यनाथ मंदिर की आकृति उकेरी गई है। इस पर ब्रास से पंचशूल बनाया गया है, जो दूर से ही दिखता है।
देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर की ख्याति के मद्देनजर यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट तैयार किया गया है,इसके आरम्भ होते ही देवघर समेत संताल परगना के विभिन्न जिलों के अलावा पड़ोसी राज्य बिहार और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिलों के यात्रियों को भी लाभ मिलेगा।
अब एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग को हैंडओवर करने की तैयारी
देवघर एयरपोर्ट का टर्मिनल बिल्डिंग बन कर तैयार हो गया है और अब एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग को हैंडओवर करने की तैयारी की जा रही है। फिलवक्त टर्मिनल बिल्डिंग में क्लीनिंग वर्क लगभग पूरा हो चुका है।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने पिछले दिनों एयरपोर्ट के अंदर दुकानों को आवंटित कर दिया है, अब इनका स्टॉल भी तैयार हो चुका है।
टर्मिनल के बाहर बाबा बैद्यनाथ मंदिर का लुक दिया गया
एयरपोर्ट टर्मिनल के बाहर बाबा बैद्यनाथ मंदिर का लुक दिया गया है। रनवे पर जहाज उतरने के दौरान यात्रियों को बाबा बैद्यनाथ का मंदिर की प्रतिकृति दिखने लगेगा।
इसके पूर्व 12 अगस्त को कैलिब्रेशन फ्लाइट से रनवे की जांच करने पहुंची एयरपोर्ट ऑथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीम ने रनवे के दोनों छोर से लैंडिंग और टेक आफ कर टेस्टिंग पूरी की थी, इस पर एज लाइट लगाई जा चुकी है।
एयर ट्रैफिक कंट्रोल का ट्रायल भी हो चुका है। टर्मिनल का काम लगभग पूरा हो चुका है।
देवघर एयरपोर्ट पर 180 यात्रियों की क्षमता वाला विमान उतर सकता है। ज्ञात हो कि देवघर एयरपोर्ट का शिलान्यास पीएम मोदी ने 25 मई 2018 को धनबाद से ऑनलाइन किया था।
देवघर एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई ढाई किलोमीटर है एवं इसकी चौड़ाई 45 मीटर है। इस रनवे पर एयर बस 320 तक उतारने की क्षमता होगी। जानकारी के मुताबिक यहां पर डीआरडीओ का जहाज भी उतरेगा, जिसके जहाज व पायलट के ठहराव की अलग व्यवस्था होगी।
देवघर एयरपोर्ट के परिचालन होने से इस क्षेत्र में धार्मिक गतिविधियों के साथ – साथ अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी। यहां पर आनेवाले भक्तों की संख्या में बढ़ोत्तरी भी होगी। बिहार, झारखंड और बंगाल के यात्रियों को सुविधा होगी।