नई दिल्ली: संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा पर विरोधी दलों के प्रदर्शन में शामिल हुए तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसदों ने अपने निलंबन को गलत बताते हुए कहा कि सरकार के गलत कामों का विरोध करना उनका अधिकार है, और वो माफी नहीं मांगेंगे।
तृणमूल कांग्रेस सांसद डोला सेन ने कहा, जिस सांसद ने टेबल पर चढ़ कर हंगामा किया उन्हें पंजाब विधान सभा चुनाव की वजह से छोड़ दिया गया और हमारे खिलाफ एक्शन लिया गया।
विपक्षी एकता को लेकर आईएएनएस द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए डोला सेन ने कहा कि सरकार विरोधी दलों को बांटने की कोशिश कर रही है लेकिन सरकार के खिलाफ विरोधी दलों में एकता है और रहेगी।
टीएमसी सांसद डोला सेन ने कहा कि जनता की आवाज को सदन में उठाना हमारा काम है और हम ये करते रहेंगे। कृषि कानूनों को उन्होंने वापस ले लिया है और हम सीएए, एनसीआर का विरोध करते रहेंगे।
उन्होंने 2024 में भाजपा सरकार की विदाई का दावा करते हुए कहा कि हमारे निलंबन को लेकर उन्होंने किसी कानून और नियम का पालन नहीं किया ।
तृणमूल कांग्रेस की एक अन्य निलंबित सांसद शांता छेत्री ने कहा कि विपक्ष को सदन में बोलने का अधिकार तो देना चाहिए। उन्होंने सरकार पर संसदीय लोकतंत्र को खत्म करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हम माफी नहीं मांगेंगे ।
अपने निलंबन के खिलाफ धरना देते रहेंगे।