गढ़वा/रांची: लंबे समय से स्थायीकरण व वेतनमान की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे पारा शिक्षकों ने एक बार फिर से सरकार की वादाखिलाफी को लेकर आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है।
इसी क्रम में एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा प्रदेश कमिटी की बैठक पांच दिसम्बर को रांची मोरहाबादी में होगी। यह जानकारी मोर्चा के अष्टमण्डल सदस्य दशरथ ठाकुर ने प्रेस कान्फ्रेंस के माध्यम से दी है।
29 को रांची में महाजुटान की तैयारी
दशरथ ठाकुर ने कहा कि इस बैठक में पारा शिक्षकों की समस्या के निदान की अगली रणनीति तय की जाएगी। सरकार ने चुनावी वादा किया था कि सरकार बनने के तीन महीने बाद समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।
परंतु सरकार बने दो वर्ष होने को हैं, कोई समाधान नहीं हुआ। ऐसे में अब इन समस्याओं को लेकर 29 दिसंबर को रांची में महाजुटान की रणनीति बनेगी।
बताते चलें कि शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के आश्वासन पर राज्य के पारा शिक्षकों ने 15 नवंबर को रांची कूच कार्यक्रम को स्थगित कर दिया था।
शिक्षा मंत्री ने पारा शिक्षकों को 29 दिसंबर को पारा शिक्षकों की सेवा शर्त नियमावली लागू करने का आश्वासन दिया है। इस पर पारा शिक्षकों ने राज्य स्थापना दिवस पर आंदोलन के आह्वान को स्थगित कर दिया और अब 29 दिसंबर को पारा शिक्षकों का रांची में जुटान होगा।
वे फूल-मालाओं के साथ रांची के मोरहाबादी मैदान पहुंचेंगे, जहां राज्य सरकार के 2 साल के अवसर पर होने वाले कार्यक्रम में घोषणा होने के बाद मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री का आभार जतायेंगे।
किसी भी कीमत पर इस बार नियमावली लागू होगी
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के बुलावे पर एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा का शिष्टमंडल
पिछले दिनों उनके आवास पर पहुंचा।
शिष्टमंडल के साथ शिक्षा मंत्री की वार्ता हुई। पारा शिक्षकों के स्थायीकरण, वेतनमान की नियमावली लागू करने में हो रही देरी पर शिष्टमंडल ने नाराजगी जाहिर की।
शिक्षा मंत्री ने शिष्टमंडल को आश्वस्त किया कि 29 दिसंबर 2021 को पारा शिक्षकों की नियमावली लागू करने की घोषणा होगी। किसी भी कीमत पर इस बार नियमावली लागू होगी।
यह 2022 नहीं जाएगा। 29 दिसंबर के पूर्व ही विधि, वित्त और कैबिनेट से मंजूरी का कोरम पूरा कर लिया जाएगा। साथ ही 15 नवंबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पारा शिक्षकों के मुद्दे पर अपनी बात भी रखेंगे।
सरकारी शिक्षक नियुक्ति में पारा शिक्षकों के 50 प्रतिशत आरक्षण हटाने के मामले में शिष्टमंडल द्वारा की गई आपत्ति पर मंत्री जगरनाथ महतो ने आश्वस्त किया कि आरक्षण नहीं हटेगा।
साथ ही, यह भी तय हुआ कि टेट पास पारा शिक्षकों को वेतनमान का लाभ मिलने के साथ ही सिर्फ प्रशिक्षित पारा शिक्षकों का परीक्षा के परिणाम के पूर्व तत्काल प्रभाव से मानदेय भी बढ़ेगा।
एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की राज्य कमेटी के बिनोद बिहारी महतो, संजय कुमार दुबे, ऋषिकेश पाठक, प्रमोद कुमार, दशरथ ठाकुर, मोहन मंडल, प्रद्युम्न कुमार सिंह (सिंटू) ने वार्ता के बाद मोर्चा की ओर से निर्णय लिया कि 15 नवंबर का कार्यक्रम तत्काल प्रभाव से स्थगित किया जाता है।
सरकार को अंतिम अवसर देंगे और 29 दिसंबर को राज्य के तमाम पारा शिक्षक फूल माला के साथ मोरहाबादी में जुटेंगे।