रामगढ़: रामगढ़ के बड़े व्यवसायियों में शामिल नंदू प्रसाद गुप्ता के सर्फ साबुन प्लांट में 3.50 करोड़ का गबन करने के आरोपित मैनेजर शशि शर्मा ने बुधवार को न्यायालय में सरेंडर कर दिया।
यह मामला तब उजागर हुआ जब अदानी कंपनी को मोटी रकम जमा करने के लिए नंदू प्रसाद गुप्ता ने प्लांट इंचार्ज शशि शर्मा से रुपये की मांग की।
रुपये की डिमांड बढ़ने लगी तो शशि शर्मा गायब हो गया। जब मामला पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस भी शशि शर्मा को ढूंढने लगी। पुलिस की काफी मशक्कत के बावजूद न तो शशि शर्मा मिला और ना ही उसके द्वारा गबन किए गए रुपये का कोई सुराग पुलिस को मिला।
प्लांट मालिक के खिलाफ शर्मा ने लिखा था सुसाइड नोट
प्लांट माली नंदू प्रसाद गुप्ता के खिलाफ शशि शर्मा ने एक सुसाइड नोट भी लिखा था। जब पुलिस को वह हाथ लगा तो जांच टीम ही असमंजस में पड़ गई।
अपने सुसाइड नोट में शशि शर्मा ने लिखा था कि उसके मौत की वजह प्लांट मालिक नंदू प्रसाद गुप्ता और प्लांट के कर्मचारी सचिन कुमार हैं। उनके पूरे परिवार की वजह से वह काफी तनाव में रह रहा है।
उसने अपने प्लांट मालिक को 3 करोड़ 70 लाख रुपये की रकम दे दी है। इसके बावजूद प्लांट मालिक और उनके एक कर्मचारी ने हथियार के का भय दिखाकर एक करोड़ का चेक भी उनसे जबरन ले लिया है।
इतना सारा वाकया उनके साथ हुआ जिसकी वजह से शशि शर्मा ने खुद की जिंदगी खत्म करने का प्रयास किया।
रामगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स ने एसपी से लगाई थी गुहार
इस पूरे प्रकरण में रामगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष पंकज प्रसाद तिवारी ने एसपी प्रभात कुमार से न्याय की गुहार लगाई थी।
उन्होंने कहा था कि नंदू प्रसाद गुप्ता एक बड़े व्यापारी हैं और उनके करोड़ों का व्यापार रामगढ़ में चल रहा है। जिस साबुन और सर्फ के प्लांट से करोड़ों रुपये की रकम गबन कर ली गई है उसके इंचार्ज शशि शर्मा भी लापता हैं।
रामगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के दबाव के बाद एसपी ने इस पूरे मामले की जांच के लिए रामगढ़ थाना प्रभारी रोहित कुमार को दिशा निर्देश दिया था।