भागलपुर: कोरोना की तीसरी लहर के संकेत अब भागलपुर जिले में भी मिलने लगे हैं।
इसके विपरीत कोरोना से निबटने के लिए शहर के दोनों अस्पतालों में जो व्यवस्था होनी थी। वह अब तक नहीं हो पाई है।
सदर अस्पताल में अब तक ना हो ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो पाया है और न ही कोरोना मरीजों के लिए स्पेशल वार्ड बनकर तैयार हो पाया है।
इस बाबत वहां के प्रभारी डॉ राजू से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी अभी मैंने पदभार संभाला ही है। जहां तक मेरी जानकारी है, प्लांट बन कर पूरी तरह से तैयार है। वार्ड में पाइप लाइन का कार्य चल रहा है।
इसके अलावा जो कोरोना डेडीकेटेड वार्ड बनाए जाने थे, उसका हैंडोवर कंपनी द्वारा अब तक हमें नहीं किया गया है। कुछ दिनों में कंपनी हमें वार्ड हैंड ओवर कर देगी।
उन्होंने बताया कि पिछली बार 70 बेडो की व्यवस्था थी। इस बार 100 बेड की व्यवस्था की जाएगी। जिला स्वास्थ्य प्रशासन जिले में कोरोना को लेकर काफी एक्टिव है।
जिले में प्रतिदिन 5,000 के करीब टेस्टिंग की जा रही है। जिसमें आरटीपीसीआर टेस्टिंग की संख्या ज्यादा है। शहर के रेलवे स्टेशनों और बस स्टेशनों पर कोरोना टेस्ट के लिए कैंप भी लगाए गए हैं
। इसके अलावा सरकारी निर्देशानुसार जो भी बाहर से लोग शहर में या जिले में प्रवेश करेंगे उनकी जानकारी देने की भी बात कही गई है।
कोरोना की तीसरी लहर के संभावित तैयारी पर जिले के सबसे बड़े अस्पताल मायागंज स्थित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ असीम कुमार दास से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट बन कर तैयार है।
लेकिन कुछ कमियों की वजह से शुरू नहीं हो पाया है।
अस्पताल अधीक्षक द्वारा यह भी कहा गया कि हमारे पास अभी मैन पावर की कमी है। नर्स यहां उपलब्ध हैं। पिछले बार पीजी के 27 डॉक्टर अस्पताल में थे।
लेकिन अब एक बैच पास हो चुके हैं। ऐसे में 18 डॉक्टर बचे हैं। हालांकि उनकी जगह सीनियर रेजिडेंट आए हैं। आईसीयू पहले से ठीक हुआ।
अस्पताल में 450 बेड पर ऑक्सीजन सुविधा पहले थी। अब 550 बेड पर यह सुविधा है। सिविल सर्जन डॉ उमेश शर्मा ने बताया कि जिला स्वास्थ्य प्रशासन तीसरी लहर को लेकर सचेत हो चुका है।
जिले के सभी अस्पतालों के प्रभारी को अलर्ट मोड पर रखा गया है। बाहर से आने वाले लोगों के लिए जांच की भी व्यवस्था पूरी तरह से शुरू कर दी गई है। दूसरी तरफ वैक्सीनेशन का कार्य भी लगातार जारी है।
जिले में अभी एक मरीज की पुष्टि हुई है। पैथकाइंड लैब के द्वारा उनका सैंपल जांच किया गया था। हम लोग अपनी तरफ से फिर से उसका जांच करवाएंगे। घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
पूरा स्वास्थ्य प्रशासन तैयार है। जल्दी ऑक्सीजन प्लांट भी शुरू कर दिये जाएंगे।