मुंबई: महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री नवाब मलिक ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर हमला जारी रखते हुए कहा कि समीर उनके साथ नमाज पढ़ थे।
मलिक ने कहा कि इसके बाद भी समीर वानखेड़े ने उनके दामाद को फर्जी केस में फंसाया, जिसे हाई कोर्ट ने जमानत दी। नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें गुजरात में टनों की मात्रा में बरामद ड्रग दिखाई नहीं देती।
नवाब मलिक ने मुंबई में रविवार को पत्रकारों को बताया कि समीर वानखेड़े ने दलित कोटे का प्रमाणपत्र हासिल किया है, यह बात उन तक पहुंच चुकी थी।
इसलिए मुझपर दबाव डालने के लिए समीर वानखेड़े ने उनके दामाद को फर्जी मामले में फंसाया। नवाब मलिक ने कहा कि जब उनके दामाद पर एनसीबी ने कार्रवाई की, उस समय उन्होंने कहा था कि उन्हें न्याय व्यवस्था पर पूरा विश्वास है और कानून अपना काम करेगा।
साढ़े 8 महीने बाद जब उनके दामाद को हाई कोर्ट ने जमानत दे दिया, उसके बाद ही उन्होंने समीर वानखेड़े के विरुद्ध बोलना शुरू किया और उनके फर्जी मामलों को सार्वजनिक किया है।
नवाब मलिक के इस व्यक्तव्य के बाद समीर वानखेड़े की ओर से कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई है।
उल्लेखनीय है कि समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने कहा कि हाई कोर्ट ने नवाब मलिक की ओर से उनके परिवार पर दिए जाने व्यक्तव्य पर रोक लगाने तथा मानहानि का मुकदमा किया है।
इस मुकदमे की सुनवाई जारी है और नवाब मलिक ने हाई कोर्ट को कहा था कि वे इसके आगे समीर वानखेड़े व उनके परिवार के बारे में व्यक्तव्य नहीं देंगे लेकिन आज के उनके व्यक्तव्य पर समीर वानखेड़े का परिवार किस तरह रिएक्ट करता है, इसका पता बाद में चलेगा।