नई दिल्ली: अक्सर किसी भी सामान की ऑनलाइन खरीदारी करने से पहले लोग उस प्रोडक्ट की रेटिंग व रिव्यू चेक करते हैं। या यूं कहें कि ऑनलाइन खरीदारी में उपभोक्ता को सबसे ज्यादा भरोसा रेटिंग और रिव्यू पर ही होता है।
लेकिन, बड़ी-बड़ी ई काॅमर्स कंपनियों के प्लेटफाॅम्र्स पर जिस तरह से रेटिंग व रिव्यू का फर्जीवाड़ा हो रहा है, इसे जानकार आप भी दंग रह जाएंगे। साथ ही प्रोडक्ट की रेटिंग व रिव्यू पर से आपका भरोसा भी उठ जाएगा।
बात करते हैं दो सबसे बड़ी ई.कॉमर्स कंपनियों फ्लिपकार्ट और अमेजन (Flipkart-Amazon) पर रेटिंग व रिव्यू के बारे में जहां, कई खरीदारों पर प्रोडक्ट को 5 स्टार रेटिंग देने का दबाव बनाया जा रहा है।
क्या कहते हैं कस्टमर्स
इस संबंध में ऑनलाइन मार्केटिंग प्लेटफाॅर्म अमेजन से वेट मशीन की खरीदारी करने वाले एक वेरिफाइड कस्टमर विनोद मिढा कहते हैं.प्रोडक्ट खरीदने के बाद विक्रेता की ओर से कॉल आया कि आप हमें अमेजन पर 5 स्टार रेटिंग दीजिए, इसके बाद आपको वारंटी ईमेल भेज देंगे।
वहीं, फ्लिपकार्ट से शॉपिंग करने वाली माहिरा नामक युवती ने बताया कि उन्हें प्रोडक्ट खरीदने के बाद 5 स्टार रेटिंग के लिए 6 माह तक अतिरिक्त वारंटी का लालच दिया गया।
उन्होंने यह भी बताया कि सामान्य सा प्रोडक्ट होने पर भी रेटिंग काफी हाई थी, स्पष्ट है विक्रेता ने इसी तरह हाई रेटिंग हासिल की होगी।
फेके रेटिंग के खिलाफ भारत में कानून नहीं, विक्रेता उठा रहे फायदा
इस संबंध में उपभोक्ता अधिकार संगठन के चीफ ऑपरेटिंग अफसर का कहना है कि विकसित देशों में फेक रेटिंग के खिलाफ कानून हैं, पर भारत में ऐसा कोई कानून नहीं है, जिसका लाभ ई.कॉमर्स कंपनियों के जरिए सामान बेचने वाले विक्रेता उठा रहे हैं।
वहीं, अमेजन इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि हम फर्जी रिव्यू.रेटिंग का पता लगाने और उन्हें रोकने का काम करते हैं, जबकि फ्लिपकार्ट ने इस मामले में प्रतिक्रिया देना जरूरी नहीं समझा। सवाल को टाल गए।