रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि विगत डेढ़ साल जब पूरे देश-दुनिया के लिए चुनौतीपूर्ण रहे, झारखंड सरकार आगे की चिंता में लगी रही। मुख्यमंत्री ने कह कि उद्योग जगत में अभी भी कुछ चिंताएं व्याप्त हैं।
मुख्यमंत्री सोमवार को ओरमांझी (कुल्ही) में आयोजित चार कपड़ा उद्योग कंपनियों के औद्योगिक इकाइयों के उद्घाटन एवं नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि लगभग डेढ़ वर्ष से देश-दुनिया सहित हमारे राज्य में भी गतिविधियां थम सी गई हैं। उन राज्यों में समस्या अधिक रहीं, जहां संसाधन सीमित हैं। संक्रमण काल में जब लोग अपने-अपने घरों पर बंद थे, तब राज्य सरकार लगातार चिंतन और मंथन में लगी थी।
सोरेन ने कहा कि लॉकडाउन रूपी बादल जैसे-जैसे छंटने लगे, वैसे ही हमारी सरकार ने गतिविधियों में तेजी लाने का निरंतर प्रयास किया। आज यहां एक मंच से दो हजार लोगों को रोजगार से जोड़ा जा रहा है।
यह संक्रमण काल में की गई तैयारियों का उदाहरण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की यह प्राथमिकता रही थी कि जैसे ही लॉकडाउन खत्म हो, अधिक से अधिक लोगों को कैसे रोजगार से जोड़ा जाए, इस संबंध में एक बेहतर रूपरेखा बननी चाहिए।
अब राज्य में टेक्सटाइल पॉलिसी सहित अन्य रोजगारपरक गतिविधियों के दायरे को बढ़ाया जा रहा है।
युवाओं के हुनर को सम्मान दे रही सरकार
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार की सोच है कि राज्य के युवाओं के हुनर का उपयोग कर उन्हें रोजगार से जोड़ें ।
सरकार की पॉलिसी है कि झारखंड में कार्यरत विभिन्न औद्योगिक संस्थाओं में 75 प्रतशित मानव बल राज्य के हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में उद्योग से जुड़े गतिविधियों को जीवित करने का कार्य किया जा रहा है।
लोगों के सहयोग और राज्य सरकार के बेहतर पॉलिसी के तहत अधिक से अधिक निवेश झारखंड में हो, यह हमारी सरकार की प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने इस पर हर्ष जताया कि आज चार टेक्सटाइल कंपनियों के उद्घाटन के साथ टेक्सटाइल क्षेत्र में काम करने वाले दो हजार से अधिक लोगों को नियुक्ति पत्र मिल रहे हैं।
रोजगार पाने वालों में 95 प्रतिशत लोग झारखंड के हैं, इसमें 80 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि घर परिवार में महिलाएं मजबूत होंगी तभी आने वाली पीढ़ी भी सशक्त हो सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए बेहतर कार्य योजना के साथ आगे बढ़ रही है।
रोजगारपरक योजनाओं के लिए हो रहा प्रयास
इस अवसर पर उद्योग सचिव पूजा सिंघल ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उद्योग विभाग द्वारा निरंतर रोजगारपरक योजनाओं पर फोकस किया जा रहा है।
नियुक्ति पत्र पाने वाली महिलाओं में वैसी भी युवतियां शामिल हैं, जो लॉककडाउन के पहले तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल जैसे राज्यों में काम कर रही थीं।
राज्य सरकार ने उन्हें अपने गांव-घर अथवा जिलों में ही रोजगार देने का भरोसा दिया था। उन्होंने कहा कि बेहतर टेक्सटाइल पॉलिसी के तहत आने वाले छह महीनों में टेक्सटाइल क्षेत्र में काम करने वाले 10 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा, इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है।
मौके पर मुख्यमंत्री ने सांकेतिक रूप से कई युवतियों के बीच नियुक्ति पत्र का वितरण किया। मुख्यमंत्री ने किशोर एक्सपोर्ट्स यूनिट का परिभ्रमण भी किया तथा वहां कार्यरत कर्मियों से उनका हालचाल जाना।
इस अवसर पर खिजरी विधायक राजेश कच्छप, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, उद्योग सचिव पूजा सिंघल, निदेशक उद्योग जितेंद्र कुमार सिंह, उपायुक्त रांची छविरंजन, प्रेसिडेंट औद्योगिक क्षेत्र कुल्ही एसोसिएशन दीपक अग्रवाल,
ओरिएंट क्राफ्ट लिमिटेड के निदेशक सुधीर ढिंगरा, अरविंद टेक्सटाइल कंपनी के सीईओ अंकुर त्रिवेदी एवं मैट्रिक्स टेक्सटाइल कंपनी के एचआर हेड बीएन झा सहित अन्य नियोक्ता एवं नियुक्ति पत्र पाने वाले युवक-युवतियां तथा अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।