रामगढ़: एसपी (SP) प्रभात कुमार और एसडीपीओ (SDP ) किशोर कुमार रजक के बीच का विवाद पूरे राज्य में चर्चा का विषय बना हुआ है।
इस विवाद को खत्म करने के लिए गुरुवार को अपराध समीक्षा बैठक में एसपी ने पहल की। उन्होंने रामगढ़ एसडीपीओ को उनके पूरे क्षेत्र का अधिकार दे दिया है।
उन्होंने डीएसपी हेडक्वार्टर से रजरप्पा, गोला और बरलांगा थाना का प्रभार वापस देने को कहा है। साथ ही अब इन तीनों थाना क्षेत्रों में एसडीपीओ किशोर कुमार रजक कार्य करेंगे।
इससे पहले रामगढ़ एसडीपीओ रामगढ़ थाना के अलावा मांडू थाना, वेस्ट बोकारो ओपी और कुजू ओपी का क्षेत्र ही देख रहे थे।
रामगढ़ अनुमण्डल के सात थाना क्षेत्रों के अतिरिक्त आज से बरलंगा थाना,गोला थाना और रजरप्पा थाना से संबंधित सभी कार्यो और समस्याओं के निदान और लोगो के 100% न्याय के लिए कृतसंकल्प हूँ।
जय हिंद! जय संविधान! pic.twitter.com/VKPLnVPxfu— Kishore Kumar Rajak (@dspkishor) December 9, 2021
एसडीपीओ ने अधिकार के लिए विभाग से लेकर हाई कोर्ट तक लड़ी लड़ाई
एसडीपीओ के कार्य क्षेत्र में रामगढ़, कुज्जू, मांडू, वेस्ट बोकारो, रजरप्पा, गोला और बरलंगा थाना का एरिया आता है। लेकिन, क्षेत्र बड़ा होने की वजह से और लंबित मामलों का निष्पादन समय पर नहीं होने की वजह से एसपी प्रभात कुमार ने डीएसपी हेडक्वार्टर को रजरप्पा, गोला और बरलंगा थाना का प्रभार दिया था।
लेकिन, जब रामगढ़ एसडीपीओ के पद पर किशोर कुमार रजक की पोस्टिंग हुई, तो उन्होंने आते ही अपने अधिकार की लड़ाई शुरू कर दी।
उन्होंने सबसे पहले एसपी को पत्र लिखा और रजरप्पा, गोला और बरलंगा थाना का प्रभार उन्हें देने को कहा। लेकिन, इसमें उनके पत्र पर कोई पहल नहीं की गयी।
इसके बाद एसडीपीओ ने पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों डीजीपी और यहां तक कि होम सेक्रेटरी को भी पत्र लिखकर अपने अधिकार की लड़ाई लड़ी। इसके बाद पुलिस मुख्यालय से उन्हें एक पत्र तो मिला, लेकिन उनका अधिकार रामगढ़ जिले में जस का तस बना रहा।
थक-हारकर रामगढ़ एसडीपीओ ने सीधे झारखंड हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और रामगढ़ एसपी के खिलाफ रिट पिटीशन दायर कर दी।
हालांकि, अभी तक इस मामले में हाई कोर्ट ने कोई फैसला नहीं सुनाया है। रामगढ़ एसपी ने इससे पहले ही रामगढ़ एसडीपीओ को उनका क्षेत्र लौटा दिया।