सीहोर: मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के गांव धामंदा में तमिलनाडु हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुए पीएसओ जवान जितेंद्र कुमार वर्मा पूरे सैन्य सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हो गए।
शहीद को उनके डेढ़ साल के बेटे चेतन ने मुखाग्नि दी। इस दौरान धामंदा गाव में अपने लाड़ले वीर सपूत को अंतिम विदाई देने जनसैलाब उमड़ पड़ा।
अंतिम संस्कार से पहले यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहीद जवान की पार्थिव देह को श्रद्धांजलि दी। उनके अलावा सांसद रमाकांत भार्गव, सीहोर विधायक सुदेश राय, आष्टा विधायक रघुनाथ सिंह मालवीय, इछावर विधायक करण सिंह वर्मा सहित सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने शहीद के पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा ”अमर शहीद जितेंद्र कुमार जी धामंदा ही नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश और पूरे देश के गौरव हैं।
मैं इस पुण्य धरा और उनके माता-पिता, पत्नी को प्रणाम करता हूं।” उन्होंने गीता के एक श्लोक नैनं छिन्दन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावकः।
न चैनं क्लेदयन्त्यापो न शोषयति मारुतः॥ का वाचन करते हुए कहा कि ”यह अत्यंत पीड़ादायक क्षण है। मात्र डेढ़ वर्ष के पुत्र चेतन ने पिता अमर शहीद जितेंद्र कुमार जी की चिता को मुखाग्नि दी। बेटे चेतन और उसकी बहन की जिम्मेदारी अब मेरी और प्रदेशवासियों की है।”
उन्होंने कहा कि भोपाल से उनके गांव धामंदा तक श्रद्धांजलि देने के लिए रास्ते भर लोग उमड़े। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, बलिदानी के परिवार को एक करोड़ की सम्मान निधि दी जाएगी।
बलिदानी की पत्नी सुनीता को सरकारी सेवा में लिया जाएगा, बच्चों की शिक्षा का पूरा प्रबंध किया जाएगा। गांव के विद्यालय के नाम बलिदानी जितेंद्र वर्मा के नाम पर रखा जाएगा और यहां उनकी मूर्ति स्थापित की जाएगी।
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज ने कविता के स्वर में अपने प्रदेश में जन्में शहीद जितेन्द्र कुमार को अपनी श्रद्धांजलि दी। ऐ वीर तुम्हें सलाम, तुम्हारे शौर्य को प्रणाम! गढ़ें हैं तुमने जो अप्रतिम प्रतिमान, इस माटी को है तुम पर अभिमान!
गौरव हो तुम इस प्रदेश और देश का, अपने सपूत को यह माटी करती है प्रणाम! वीर सपूत शहीद जितेंद्र कुमार जी के चरणों में प्रदेश-देश की ओर से श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं। विलीन शहीद जितेंद्र।
अंतिम संस्कार से पूर्व सेना के जवानों द्वारा शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर और शस्त्र सलामी दी गई। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग भी जुटे।
इसके पहले शहीद जितेन्द्र कुमार वर्मा का पार्थिव शहीर सुबह 11 बजे दिल्ली से सेना के विशेष विमान से भोपाल एयरपोर्ट पहुंचा था। विमानतल पर लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद गोखले के नेतृत्व में 3 ईएमई सेंटर की 20 जवानों की टीम ने शहीद जितेंद्र कुमार के शव को सलामी दी।
इसके बाद उनका पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग से पैतृक गांव के लिए रवाना किया गया। शहीद के सम्मान में भोपाल से लेकर सीहोर तक जगह-जगह लोगों ने सड़क किनारे खड़े होकर फूल बरसाए।
करीब 55 किमी के सफर में 50 से अधिक स्थानों पर स्वागत द्वार लगाकर जवान के पार्थिव शरीर पर पुष्प वर्षा की। सेना के वाहन के आगे पांच डीजे चल रहे थे, जिनमें देशप्रेम के गाने बजते हुए आगे बढ़ रहे थे।
वहीं पीछे-पीछे हजारों की संख्या में लोग चल रहे थे। गांव में शहीद के अंतिम दर्शन करने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। यहां पूरे सैनिक सम्मान के साथ शहीद जवान को अंतिम विदाई दी गई।
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के साथ सीहोर जिले में धामंदा गांव के सपूत जितेंद्र कुमार भी शहीद हो गए थे। जीतेंद्र सीडीएस बिपिन रावत के पीएसओ थे और काफी लंबे समय से सेना में कार्यरत थे।