वाराणसी: श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दो दिवसीय दौरे पर पहुंच रहे हैं।
लगभग तीस घंटे के प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री की अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। प्रधानमंत्री की सुरक्षा जल-थल-नभ से होगी। उनकी सुरक्षा व्यवस्था को रविवार शाम पूर्वाभ्यास के बाद एसपीजी के अफसरों ने अपनी निगरानी में फाइनल रूप दिया।
वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने प्रधानमंत्री के आगमन और उनके कार्यक्रम स्थल, आने-जाने वाले जल-थल मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर फ़ोर्स की ब्रीफिंग की।
साथ ही जवानों को उनके दायित्व बोध का अहसास कराने के साथ दो टूक कहा कि प्रधानमंत्री और अन्य वीवीआईपी अतिथियों के सुरक्षा में लापरवाही अक्षम्य होगी। इसके पहले सुबह वायुसेना के हेलीकॉप्टरों के लैडिंग का टच एंड गो, फ्लीट की ग्रैंड रिहर्सल किया गया।
बताते चलें कि एसपीजी और जिला प्रशासन की टीम ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था का अभेद्य किलेबंदी की है। प्रधानमंत्री श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण और स्वर्वेद महामंदिर में कार्यक्रम, बरेका में रात्रि प्रवास के दौरान एसपीजी, एनएसजी व एटीएस कमांडों के साथ ही केंद्रीय खुफिया इकाइयों के अधिकारियों, फोर्स के घेरे में रहेंगे।
प्रधानमंत्री के आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था एसपीजी देखेगी। बाहरी सुरक्षा की जिम्मेदारी कश्मिनरेट और ग्रामीण पुलिस के 22 आईपीएस के कंधे पर रहेगी।
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम स्थल के आने-जाने वाले मार्ग पर चाक चौबंद व्यवस्था की गई है। वाराणसी कमिश्नरेट में इसकी कमान 17 आईपीएस और ग्रामीण में पांच आईपीएस संभालेंगे।
इस व्यवस्था में 25 एडिशनल एसपी, 60 डिप्टी एसपी, छह कंपनी पीएसी, चार कंपनी सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स के जवान, 400 एसआई, इंस्पेक्टर और 2500 पुलिसकर्मी, तीन बटालियन एनडीआरएफ को लगाया गया है।
बाबतपुर एयरपोर्ट से लेकर चौबेपुर कार्यक्रम स्थल तक पांच आईपीएस, नौ डीएसपी, छह कंपनी पीएसी, 500 दरोगा और इंस्पेक्टर, 25 पुलिसकर्मी, दो टीआई, 150 महिला निरीक्षक, उप निरीक्षक सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किये गये हैं।
पूरे शहर में खुफिया एजेन्सियों ने अपना जाल फैला दिया है। संवेदनशील जगहों की निगरानी की जा रही है। बाबतपुर एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ और केन्द्रीय बलों की तैनाती है।
एयरपोर्ट के टर्मिनल बिल्डिंग, रनवे पर 200 सुरक्षाकर्मियों की अतिरिक्त तैनाती की गई है।
गंगा में भी किलेबंदी, परिन्दा भी नहीं मार पाएगा पर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गंगा मार्ग और जल विहार के रूट सहित नदी में सुरक्षा का खास इंतजाम किया गया है। प्रधानमंत्री के गंगा में मौजूदगी के दौरान परिन्दा भी पर नहीं मार पाएगा।
गंगा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए वीवीआईपी लेन बनाई गई है। विद्युत झालरों से सजी 250 से अधिक नावों की बैरिकेडिंग की गई है। चार अतिरिक्त क्रूज को प्रधानमंत्री के लिए रिजर्व किया गया है।
जब प्रधानमंत्री क्रूज पर सवार होंगे तो उनके पीछे तीन अन्य क्रूज और मोटरबोट का काफिला होगा। उस पर एसपीजी अधिकारियों की टीम और सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी आधुनिक हथियारों के साथ मुस्तैद होंगे।
नदी के अंदर भी सुरक्षा का इंतजाम किया गया है। एनडीआरएफ की तीन बटालियन, जल पुलिस अलर्ट मोड में मुस्तैद रहेगी।
गंगा घाट किनारे के होटल, रेस्टोरेंट और घरों की छत पर रूफ टॉप फोर्स मुस्तैद रहेगी। होटलों, मकान में ठहरे किरायेदारों और मालिकों का सत्यापन पहले ही करा लिया गया है।