रांची: चारा घोटाला के सबसे बड़े आरसी-47ए-96 मामले में सोमवार को बहस हुई। बहस सीबीआई के विशेष न्यायाधीश सुधांशु कुमार शशि की अदालत में हुई।
मामले में तत्कालीन लोक लेखा समिति के अध्यक्ष जगदीश शर्मा और डॉक्टर कामेश्वर प्रसाद यादव की ओर से बहस हुई। डॉक्टर ने अदालत को बताया कि आपूर्तिकर्ता की ओर से माल मिला।
इसके बाद ही हमने बिल पर काउंटर साइन किए थे। हमने कोई नियम का उल्लंघन नहीं किया है। हम निर्दोष हैं।
बहस के दौरान सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक बीएमपी सिंह भी उपस्थित थे। यह मामला पशुपालन घोटाला आरसी-47 ए / 96 डोरंडा कोषागार से 139. 35 करोड़ रुपये की अवैध निकासी का है।
इस मामले में लालू सहित कई राजनीतिज्ञ, सचिव स्तर के पूर्व अधिकारी, डॉक्टर और आपूर्तिकर्ता सहित 110 आरोपियों की ओर से बहस चल रही है।