मेदिनीनगर: जिले के छतरपुर वन विभाग कार्यालय के गेट पर सोमवार की शाम सेविका-सहायिका को कागज का नोट थमा कर 36 हजार रूपये की ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है।
बताया जाता है कि बाल विकास परियोजना से जुड़ी चोरदंडा की सेविका रूकमणि देवी छतरपुर एसबीआई से सोमवार को 36 हजार की निकासी की थी। रूपये आंगनबाड़ी में राशन के लिए खर्च करना था।
महिला बैंक से निकलकर छतरपुर थाना से 400 मीटर पहले वन विभाग के गेट पर पहुंचकर किसी परिचित से बात कर रही थीं। इसी क्रम में दो युवक वहां आये और महिला को झांसे में लेने की कोशिश की।
दोनों युवकों ने बताया कि उसके पास तीन लाख रूपये है। सारे छोटे नोट हैं। लुंगी में रखा है। एक व्यक्ति को बड़े नोट में 40 हजार देने हैं। वे उनके तीन लाख में से 40 हजार खुदरा पैसे निकाल ले और बड़े नोट उन्हें दे दे।
सेविका युवकों के झांसे में आ गयी। उसे लगा कि 36 हजार के बदले उसके पास तीन लाख के खुदरा नोट आ जायेंगे।
लुंगी में लिपटे कागज के नोट हुबहू असली रूपये की तरह की थे। कपड़े के अंदर से उसे पकड़ने पर यह पता नहीं चलता था कि वे कागज के हैं।
युवकों ने लुंगी में लपेट कर रखे कागज के रूपये सेविका को थमा दिए और उसके पास से 36 हजार रूपये दूसरे को देने के बहाने लेकर निकल गए।
महिला जब लुंगी को खोली तो कागज के नोट देखकर दंग रह गयी। कागज के नोट देखकर महिला ने युवकों को पकड़ने के लिए शोर किया, लेकिन तबतक लड़के भीड़ में शामिल होकर सभी की नजरों से ओंझल हो गए थे।