नई दिल्ली: विकुना फैब्रिक (Vicuna Fabric) से बने मोजे खरीदने में हममें से अधिकांश लोगों की महीने भर की सेलरी भी कम पड़ जाएगी। जितनी ज्यादातर लोगों की महीने भर की सैलरी होती है यह मोजा उससे भी महंगा है।
विकुना फैब्रिक से बने मोजे की कीमत 80000 रुपए तक होती है। अगर हम Shirt की कीमत बताएंगे तो आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी।
आप यकीन नहीं कर पाएंगे कि इस फैब्रिक से बने स्कार्फ (Scarf) आपको 5 से साढ़े 5 लाख रुपए में मिलेगी। हालांकि सिर्फ कीमतों पर ही बात नहीं होगी इस फैब्रिक की खासियत भी जाननी बहुत जरूरी है।
दुनिया की सबसे महंगी फैब्रिक का खिताब विकुना के नाम है। इसकी गिनती लग्जरी और सबसे महंगे फैब्रिक (Luxury And Most Expensive Fabric) में होती है। इससे बने कपड़ों को खरीद पाना आम लोगों के बस में नहीं है
इटली की कंपनी लोरो पियाना (Loro Piana) की वेबसाइट पर विकुला फैब्रिक से बने कपड़ों की हो रही Sale पर नजर डाले तो वहां एक जोड़ी मोजों की कीमत 80 हजार रुपये हैं तो वहीं शर्ट 4 से 5 लाख रुपए में मिलती है।
ऊंटों को पालने रखने के लिए नियम काफी सख्त
लोरो पियाना पर विकुना फैब्रिक से बने कपड़ों की लंबी रेंज है। इन कपड़ों की कीमत अगर नजर डालेंगे तो वहां 80 हजार के मोजे 4 लाख 23 हजार रुपये की शर्ट पोलो नेक (Polo Neck) की टीशर्ट की कीमत 9 लाख 11 हजार रुपये है।
जबकि विकुना फैब्रिक से बनी पैंट की कीमत 8 लाख 97 हजार रुपये और कोट आपको 11 लाख 44 हजार रुपये में मिलेगी। वहीं जो स्कार्फ आप मॉल में 500 से 1000 रुपये में खरीद लेते हैं वो वहां आपको 5 लाख रुपये में मिलेगा।
विकुना फैब्रिक एक खास तरह से ऊंट से बाल से तैयार किया जाता है। ये छोटे आकार के ऊंट दक्षिण अमेरिका के खास इलाके में पाए जाते हैं।
ऊंटों की यह प्रजाति विलुप्त होती जा रही है। साल 1960 में ही उन्हें दुर्लभ प्रजाति घोषित कर दिया गया था। इन ऊंटों को पालने रखने के लिए नियम काफी सख्त हैं।
लोरो पियाना ने विकुना के लिए खास अभ्यारण्य बनाया
विकुना ऊंटों (camels) से तैयार ऊन बेहद पतले हल्के और गर्म होते हैं। विकुना ऊन की मोटाई 12 से 14 माइक्रॉन होती है। ये फैब्रिक बेहद गर्म होते हैं इसलिए इनकी कीमत भी बहुत अधिक होती है।
विकुना ऊन से बने कोट को बनाने के लिए करीब 35 ऊंटों से ऊन निकालना पड़ता है। इस हिसाब से आप उसकी कीमत का आंकलन कर सकते हैं।
इटली की कंवपनी लोरो पियाना ने विकुना के लिए खास अभ्यारण्य (Sanctuary) बनाया है। पेरू के पास 5000 एकड़ जमीन में विकुना का पालन किया जाता है। उनकी खास देखभाल की जाती है और फिर उनसे ऊन निकाला जाता है।