न्यूज़ अरोमा रामगढ़: भारत में लड़कियों की तस्करी के गिरोह की नजर झारखंड प्रदेश पर बनी हुई है। गिरोह की सक्रियता का सबसे बड़ा उदाहरण रामगढ़ जिले में मिला है।
यहां की एक लड़की को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में बेचने की तैयारी चल रही थी। लेकिन रामगढ़ पुलिस की सक्रियता ने गिरोह के मंसूबे को विफल कर दिया।
पुलिस ने ना सिर्फ अपहृत नाबालिग लड़की को बरामद किया, बल्कि एक तस्कर को गिरफ्तार भी कर लिया है।
इस पूरे मामले की पुष्टि गुरुवार को डीएसपी हेड क्वार्टर प्रकाश सोए ने की है।
उन्होंने गोला थाने में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोनारडीह गांव निवासी सुरेश राम मुंडा की नाबालिग बच्ची का अपहरण 3 जनवरी को कर लिया गया था।
इस मामले में दर्ज कांड 2/ 2021 का जब अनुसंधान शुरू किया गया तो पता चला कि अपहृत नाबालिग लड़की उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में रखी गई है।
तत्काल अनुसंधानकर्ता विक्रम शील ने टीम गठित कर वहां छापेमारी की।
वहां से अपहरणकर्ता भुवनेश तोमार को गिरफ्तार किया गया। भुवनेश बुलंदशहर के अनूपशहर थाना चौकी अंतर्गत एचौरा गांव का निवासी है।
तस्करों ने फेसबुक पर बुना था प्यार का जाल
डीएसपी हेड क्वार्टर प्रकाश सोए ने बताया कि लड़की की तस्करी करने वाले गिरोह ने फेसबुक पर ही प्यार का जाल बुना था। सातवीं कक्षा की नाबालिक लड़की फेसबुक यूजर थी।
भुवनेश तोमार ने उसे फेसबुक फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा और फिर दोनों में बातचीत होने लगी।
उन दोनों की कभी मुलाकात नहीं हुई, लेकिन दोनों ने प्यार की कसमें खाई।
फिर शादी करने तक का वायदा कर दिया। इसी बीच भुवनेश ने सातवीं कक्षा की छात्रा को धनबाद स्टेशन बुलाया।
वहीं से ट्रेन में बिठाकर वह उसे बुलंदशहर ले गया।
बुलंदशहर में भी उसे तीन-चार अलग-अलग स्थानों पर बंधक बनाकर रखा गया था। वह उसे किसी दूसरे स्थान पर पहुंचा देते, लेकिन पुलिस की सक्रियता के आगे उनके मंसूबे फेल हो गए।