रांची: रांची की ओरमांझी से सिर कटे शव मामले में पुलिस सात दिनों बाद भी उसका सिर नहीं ढूंढ पाई हैं।
पुलिस को मामले में अबतक कोई भी सफलता नहीं मिली हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार मामले में रविवार को चान्हो के एक परिवार का डीएनए टेस्ट कराया गया हैं। परिवार के लोगों ने युवती को अपना बताया।
इससे पूर्व भी एक सदर थाने इलाके की महिला ने युवती के शव को अपनी बेटी होने का दावा किया था। लेकिन जांच के क्रम में पुलिस ने उसकी बेटी पिस्का मोड़ से बरामद कर लिया था।
इधर, पुलिस आसपास के सभी थाने में युवती के पहचान के लिए गुमशुदगी के सभी मामलों की भी जांच कर रही हैं।
उल्लेखनीय है कि ओरमांझी थाना क्षेत्र के जीराबार जंगल से 3 जनवरी को नग्न अवस्था मे सिर कटा युवती का शव बरामद हुआ था। युवती की उम्र 18 से 22 वर्ष के आसपास बताई जा रही है।
युवती की लंबाई पांच फीट के करीब, रंग गेहुआं शरीर की बनावट दुबला पतला और दाहिने हाथ और दाहिने पैर में काले रंग का धागा बांधा हुआ था।
शारीरिक पहचान के रूप में मृतिका के दाहिने पैर के तलवे पर काला रंग का तिल और दाहिने हाथ पर भी तिल पाया गया है। युवती का सिर धड़ से गायब है। इस वजह से पुलिस शव की शिनाख्त नहीं कर पाई है।
रांची पुलिस जिले के सभी थानों से संपर्क कर यह जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है कि कहीं किसी युवती की गुमशुदगी का मामला दर्ज है या नहीं।
पुलिस को घटनास्थल से कोई सुराग हाथ नहीं लगा है, जिसके आधार पर पुलिस हत्यारों तक पहुंच सके।
ऐसा लगता है कि युवती की हत्या कहीं और कर उसका शव ओरमांझी लाकर फेंका गया है।
हत्यारों का सुराग ढूंढने के लिए पुलिस ने खोजी कुत्तों मदद ली। लेकिन इसमें उन्हें कोई सफलता हाथ नहीं लगी थी।