पटना: आमिर सुबहानी बिहार के अगले मुख्य सचिव बन सकते हैं। इस महीने की 30 तारीख को मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण रिटायर होने वाले हैं। उन्हें 30 जून को तीन महीने का अवधि विस्तार दिया गया था।
चर्चा यह है कि उन्हें पुनः तीन महीने का अवधि विस्तार दिया जा सकता है लेकिन आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हो रही कि उनके अवधि विस्तार के लिए राज्य सरकार ने केंद्र को पत्र लिखा है या नहीं।
पूर्व में यह परंपरा रही है कि विकास आयुक्त को बिहार में मुख्य सचिव का पद मिलता रहा है।
वैसे त्रिपुरारी शरण इसके अपवाद रहे हैं, वे राजस्व परिषद में थे। वर्तमान में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार जब मुख्य सचिव के रूप में तैनात हुए थे तो उसके पहले कुछ दिनों तक उन्हें विकास आयुक्त की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी।
पूर्व में भी ऐसे कई उदाहरण रहे हैं। इसलिए अगर विकास आयुक्त को मुख्य सचिव बनाए जाने की परंपरा पर काम होता है तो आमिर सुबहानी को मुख्य सचिव बनाया जा सकता है।
आमिर सुबहानी मुख्य सचिव स्तर के संवर्गीय अधिकारी हैं। वे 1987 बैच के अधिकारी हैं और वर्ष 2024 के अप्रैल तक सेवा में हैं।
वरीयता के लिहाज से केवल एक अधिकारी संजीव कुमार उनसे वरिष्ठ हैं। राजस्व परिषद में अध्यक्ष सह सदस्य के रूप में तैनात संजीव कुमार 1986 बैच के अधिकारी हैं और अगले वर्ष 31 मई को रिटायर होंगे।
आमिर सुबहानी लंबी अवधि तक सूबे में गृह सचिव के पद पर काम कर चुके हैं।
अल्पसंख्यक कल्याण व सामान्य प्रशासन विभाग का कामकाज भी उन्होंने देखा है। उन्हें नीतीश कुमार के विश्वस्त अधिकारियों के रूप में जाना जाता है।
अगर आमिर सुबहानी को मुख्य सचिव बनाया जाता है तो सरकार को नए विकास आयुक्त की भी तलाश करनी होगी।
वरीयता के लिहाज से समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अतुल प्रसाद का नंबर आमिर सुबहानी के तुरंत बाद हैं।
विवेक कुमार सिंह या फिर ब्रजेश मेहरोत्रा भी अपर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी हैं। विकास आयुक्त के संभावित नामों में इन अधिकारियों के नाम की चर्चा होती रही है।