चंडीगढ़: पंजाब में आम आदमी पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। आप ने पंजाब की 117 में से 92 सीटों पर जीत हासिल की है।
पांच साल से सत्ता में रही कांग्रेस महज 18 सीटों पर सिमट गई है। शिरोमणि अकाली दल को पंजाब में दोबारा सत्ता की लड़ाई लड़ने के लिए पांच साल का इंतजार करना पड़ेगा।
अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी मिलकर भी दो अंकों में नहीं पहुंच सके हैं। पंजाब में अकाली दल को तीन, भारतीय जनता पार्टी को दो सीट पर जीत हासिल हुई है।
पंजाब में दूसरी बार चुनाव लड़ रही आप ने बदलाव का नारा दिया और पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में कामयाब हो गए।
पंजाब में बड़ा उलटफेर करने का दावा करने वाले भाजपा के सहयोगी कैप्टन अमरिंदर सिंह तथा सुखदेव सिंह ढींडसा की पार्टियां खाता भी नहीं खोल सकी हैं।
राज्य की 117 सीटों के लिए 20 फरवरी को मतदान हुआ था। चुनावी रण में कुल 1304 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे थे जिनमें से 1187 को हार का सामना करना पड़ा है।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, कैप्टन अमरिंदर सिंह, राजिंदर कौर भट्टल, मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, सुखबीर बादल के अलावा कई कैबिनेट मंत्री चुनाव हार गए हैं।
राज्य की भोहा विधानसभा सीट से महज 150 वोट से चुनाव हारने वाले विधायक एवं कांग्रेस प्रत्याशी ने तो राजनीति से सन्यास लेने का ऐलान कर दिया है।
भदौड़ सीट से एक मोबाइल फोन की दुकान पर काम करने वाले युवक ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को हराया है।
पंजाब में यह पहला मौका है जब एग्जिट पोल सही साबित हुए हैं। इस चुनाव में नया पंजाब का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी को भी पंजाब के लोगों ने स्वीकार नहीं किया है।
यह पहला मौका था जब भाजपा ने 68 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। पंजाब की ज्यादातर सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अकालियों की हार का कारण बने हैं।
कांग्रेस से अलग होकर पंजाब लोक कांग्रेस बनाने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस चुनाव के दौरान उलटफेर को लेकर दावे तो बहुत किए लेकिन वह न तो अपनी सीट बचा पाए और न ही उनकी पार्टी का खाता खुल पाया।
यही स्थिति पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा के नेतृत्व वाली शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) की रही है।
बहरहाल चुनाव परिणाम के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक बुला ली है। यह बैठक वीडियो कांफ्रैंसिंग के माध्मय से होगी।
इस बैठक में चन्नी बतौर मुख्यमंत्री अपनी चार्ज छोड़ देंगे। जिसके बाद वह औपचारिकता पूर्ण करते हुए राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को अपना इस्तीफा सौंप देंगे। चन्नी के इस्तीफा देने के बाद पंजाब में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
किस पार्टी को मिली कितने प्रतिशत वोट
पार्टी वोट प्रतिशत
आम आदमी पार्टी 42.01 प्रतिशत
कांग्रेस 22.98 प्रतिशत
अकाली दल 18.38 प्रतिशत
भारतीय जनता पार्टी 06.60 प्रतिशत
बहुजन समाज पार्टी 01.77 प्रतिशत
सीपीआई 00.05 प्रतिशत
सीपीआई (एम) 00.06 प्रतिशत
अन्य 07.35 प्रतिशत
किस पार्टी को कितनी सीटें
पार्टी सीटें
आम आदमी पार्टी 92
कांग्रेस 18
शिअद 03
भाजपा 02
बसपा 01
निर्दलीय 01
पंजाब के किस जोन में किसको मिली कितनी सीट
पार्टी माझा दोआबा मालवा
आप 16 10 66
कांग्रेस 07 09 02
शिअद 01 01 01
भाजपा 01 01 00
बसपा 00 01 00
निर्दलीय 00 01 00
आरक्षित हलकों में किसको मिली कितनी सीट
पंजाब में कुल आरक्षित हलके 34
आम आदमी पार्टी 28
कांग्रेस 05
शिरोमणि अकाली दल 01