नई दिल्ली: AAP नेता मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) जेल में हैं। वहीं इस बीच आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता सिसोदिया पर दिल्ली (Delhi) की आबकारी नीति (Excise Policy) में घोटाले के अलावा फीडबैक यूनिट (Feedback Unit) से जासूसी के भी आरोप भी लग रहे हैं।
इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (AAP) अब केंद्र सरकार पर हमलावर है। AAP प्रवक्ता राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने इसी मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए।
उन्होंने कहा, सबसे बड़ा सवाल भारत (India) की एजेंसियों और भारत सरकार पर खड़ा होता है कि उपमुख्यमंत्री की जासूसी का 8 साल में पता नहीं कर पाए तो चीन और पाकिस्तान (Pakistan) से क्या लड़ेंगे।
NIA, RAW के बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई करें: राघव चड्ढा
राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने कहा कि NIA, RAW के बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई करें। चड्ढा बोले कि आरोप ऐसा लगाओ कि लोग भरोसा भी करें।
ये जासूसी के नाम पर FIR दर्ज इसलिए की गई है ताकि Manish Sisodia जेल से बाहर न आ पाएं। AAP के राज्यसभा सदस्य Raghav Chadha का कहना है कि इनका बस एक ही मकसद है कि कुछ भी करके मनीष सिसोदिया को जेल में रखा जाए।
क्या देश की इंटेलिजेंस एजेंसियां 8 साल तक सो रही थीं: राघव चड्ढा
उन्होंने कहा, चीन (China) भारत की जमीन पर कब्जा करता है, Pakistan नापाक कोशिश करता है लेकिन एजेंसी मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को जेल में डालने में व्यस्त है।
राघव चड्ढा ने सवाल खड़े किए क्या देश की इंटेलिजेंस एजेंसियां 8 साल तक सो रही थीं और एक आधे राज्य का आधा उपमुख्यमंत्री जासूसी (Deputy Chief Detective) करवा रहा था और एजेंसियों को भनक नहीं लगी।
BJP के पास जासूसी आरोप में कोई केस या सबूत नहीं: राघव चड्ढा
वे आगे बोले कि अभी हमने देखा कि गुजरात से BJP के साधारण कार्यकर्ता किरण पटेल (Kiran Patel) कश्मीर में सरकारी पैसे का इस्तेमाल कर मौज कर रहे थे।
जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) की पुलिस और सुरक्षा को भेदने वाले की जांच करने की बजाय मनीष सिसोदिया पर कार्रवाई हो रही है। उन्होंने स्पष्ट कहा, BJP के पास जासूसी आरोप में कोई Case या सबूत नहीं हैं।
CBI ने मनीष सिसोदिया को आरोपी नंबर-1 बनाया
बता दें कि केंद्रीय जांच एजेंसी CBI ने दिल्ली सरकार की ‘Feedback Unit’ में कथित अनियमितताओं को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री Manish Sisodia और अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार (Corruption) का नया मामला दर्ज किया है।
आरोप है कि आप सरकार ने 2015 में एक फीडबैक यूनिट बनाई थी और इससे कई लोगों की जासूसी की गई। आरोप मुख्यतः विपक्ष पर Espionage कराने का है। यह भी आरोप है कि इस यूनिट में भर्ती के लिए केंद्र सरकार से अनुमति भी नहीं ली गई थी।
कहा जा रहा है कि CBI ने इस मामले में जो FIR दर्ज की है उसमें मनीष सिसोदिया को आरोपी नंबर-1 बनाया है। इस मामले में CBI ने 14 मार्च को केस दर्ज किया था।