रांची: राज्य के विश्वविद्यालय के निजीकरण के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने सोमवार को प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने रांची विश्वविद्यालय (Ranchi University) के प्रशासनिक भवन में ताला जड़ दिया।
मौके प्रदेश मंत्री सोमनाथ भगत ने कहा कि यूनिवर्सिटी और कॉलेजों के काम आउटसोर्सिंग कंपनी (Outsourcing company) के हाथों में थमा देने से छात्रों का हित प्रभावित होगा।
परीक्षा पेपर लीक की घटनाएं बढ़ जाएगी, साक्षात्कार भ्रष्टाचार का अड्डा बन जायेगा। AVBP के सह संयोजक दुर्गेश यादव ने कहा कि इससे छात्रों का हित प्रभावित होगा।
उन्होंने बताया कि प्रदर्शन के दौरान रांची विश्वविद्यालय (Ranchi University) ने प्रशासन के द्वारा गेट पर लगा ताला जबरन तोड़ दिया, इसी बीच पुलिस प्रशासन एवं AVBP के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई।
प्रदर्शन के दौरान बीच में कुलपति प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं से वार्ता करने के लिए आए । लेकिन वार्ता विफल रही।
वार्ता में उन्होंने अपनी विश्वविद्यालय को नकारा बताते हुए कहा कि आउट सोर्स एजेंसियां ही विश्वविद्यालय को सुधार सकती है, वार्ता के क्रम में ABVP के कार्यकर्ताओं ने कहा कि आप अपनी कमियों को छुपाने के लिए छात्रों का भविष्य अंधकार में डाल रहे हैं, विश्वविद्यालय के पास जब खुद का इंफ्रास्ट्रक्चर परीक्षा विभाग (Infrastructure Examination Department) सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं तो फिर वह बाहर से आउटसोर्स करके कंपनियों को क्यों काम दे रही है, इसमें कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार की बू आ रही है।
मौके पर कोतवाली थाना प्रभारी शैलेश प्रसाद भी मौजूद थे
सुबह से शाम तक प्रदर्शन होने के क्रम में शाम में खबर मिली कि अंदर में टेंडर प्रक्रिया (Tender process) चल रही है, जैसे ही धरना पर बैठे लोगों को सूचना मिली।
सभी रांची विश्वविद्यालय के कुलपति के चेंबर में घुसकर टेंडर को रुकवाने का काम किया और वहीं पर धरना प्रदर्शन में बैठ गए।
इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से पुलिस को बुलाकर हम सभी पर FIR दर्ज करने की बात कहीं गयी।
मौके पर कोतवाली थाना प्रभारी शैलेश प्रसाद भी मौजूद थे। बाद में कुलपति (Vice Chancellor) ने मौके और विषय को समझते हुए टेंडर रद्द करने की बात कही एवं साथ ही भविष्य में अगर किसी प्रकार का अगर कदम उठाया जाएगा तो उसमें सभी का मंतव्य लेने की बात कही। मौके पर ABVP विशाल सिंह ने बताया कि ABVP की जीत हुई है।