रांची: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) धनबाद की टीम ने बुधवार को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अभियंता संजय कुमार (Sanjay Kumar) को गिरफ्तार किया है। उसकी गिरफ्तारी रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित बसंत बिहार से हुई है।
गिरिडीह के तत्कालीन ईई संजय कुमार पर चापानल, डीप बोरिंग और शौचालय (Chapanal, Deep Boring and Toilet) का काम देने की एवज में लाखों रुपये कमीशन लेने के आरोप हैं। उसके खिलाफ धनबाद ACB में (2/18) प्राथमिकी दर्ज है।
ACB में प्राथमिकी दर्ज की गई
बताया जाता है कि कमीशन की राशि (Commission Amount) संजय कुमार ने पत्नी उषा कुमारी और पुत्र अंकित विशाल के खाते में जमा करवाता था।
दिव्या इंटरप्राइजेस (Divya Enterprises) के संवेदक राजीव सिंह देव ने संजय कुमार का साथ दिया है। मामला सामने आने के बाद गिरिडीह के DC ने चार सदस्यीय टीम से जांच कराई, जिसमें इसकी पुष्टि हुई थी।
जांच टीम की पुष्टि के बाद ACB में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। संजय कुमार वर्तमान में दुमका पेयजल एवं स्वच्छता विभाग का कार्यपालक अभियंता है। धनबाद लाने के लिए ACB की टीम ने उसे कोर्ट में पेश किया है।
राशि का गबन का मामला प्रकाश में आया
धनबाद के गोविंदपुर और निरसा प्रखंड की पंचायतों में वित्त वर्ष 2011-12, 2012-13 और 2013-14 में लगाये गये नलकूपों की जांच तकनीकी परीक्षक कोषांग से करायी गयी थी।
जांच में करीब दो करोड़ से अधिक राशि का गबन का मामला (Embezzlement Case) प्रकाश में आया था। जांच में यह भी पाया गया था कि साधारण चापानल, विशेष मरम्मत चापानल, उच्च प्रवाही नलकूप, फोर्स एंड लिफ्ट एवं स्वजल धारा योजना अंतर्गत कई स्थानों पर निर्माण कार्य नहीं कराया गया।
ठेकेदारों को राशि का भुगतान कर दिया गया
नये चापानल और विशेष मरम्मत चापानल (Chapanal and Special Repair Chapanal) के पास चाताल और नाला के अलावा शॉकपिट का निर्माण भी ठेकेदारों ने नहीं किया था।
अभियंताओं की मिलीभगत से बिना निर्माण कराये मापी पुस्तिका (Measurement Book) तैयार कर फाइल बिल तैयार कर ठेकेदारों को राशि का भुगतान कर दिया गया।