नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में नर्सरी कक्षा के लिए दाखिला प्रक्रिया शुरू हो गई है।
कई स्थानों पर अन्य प्राथमिक कक्षाओं के लिए भी दाखिले शुरू कर दिए गए हैं।
हालांकि दाखिला प्रक्रिया शुरू होने के बावजूद प्राथमिक स्तर की इन सभी कक्षाओं के लिए आने वाले दिनों में भी स्कूल फिलहाल बंद ही रहेंगे।
देश भर में 32 राज्य और केंद्रशासित प्रदेश ऐसे हैं जहां अभी तक छात्रों के लिए स्कूल खोले जा चुके हैं लेकिन यहां छोटी कक्षा के छात्रों के लिए फिजिकल कक्षाएं प्रारंभ नहीं हुई है।
दिल्ली के अधिकांश प्राईवेट स्कूलों में इस वर्ष होने वाले नर्सरी एडमिशन पूरी तरह से ऑनलाइन होंगे।
स्कूलों का फॉर्म ऑनलाइन ही डाउनलोड किया जाएगा। ऑनलाइन ही स्कूलों में दाखिले के लिए आवेदन जमा किए जाएंगे। स्कूल एडमिशन की लिस्ट भी ऑनलाइन घोषित की जाएंगी।
दाखिला पाने वाले छात्रों के अभिभावक ऑनलाइन ही स्कूल की फीस भर सकेंगे।
ऑनलाइन दाखिले के बाद छात्र कब स्कूल जाएंगे, केंद्र या दिल्ली सरकार ने इसकी कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की है।
दिल्ली सरकार के मुताबिक अभी कुछ और समय यह कक्षाएं ऑनलाइन मोड पर चलाई जाएंगी।
वहीं केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि हमने गृह और स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा निदेशरें के आधार पर राज्यों को स्कूल खोलने के लिए कहा है।
मेरी जानकारी में 32 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने कोरोना रोकथाम संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए स्कूलों को खोला है।
हालांकि इन राज्यों में भी फिलहाल प्राथमिक स्तर पर स्कूल नहीं खुले हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री के मुताबिक गृह एवं स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा तय की गई गाइडलाइंस का यदि पूरी तरह से पालन होगा तो अलग-अलग समय पर देश में सभी स्कूल खुल जाएंगे।
निशंक के मुताबिक नवोदय विद्यालय के लिए भी कक्षा 9 से 12 के छात्रों के लिए फिर से स्कूल खोले जाएंगे। ऐसा उन राज्यों में संभव होगा जहां स्कूल एवं शिक्षण संस्थान खोलने की अनुमति दी गई है।
इन राज्यों में सभी सुरक्षा उपायों एवं कोरोना संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए जवाहर नवोदय विद्यालय खोले जाएंगे।
शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले देशभर के 647 जवाहर नवोदय विद्यालय कोरोना महामारी के कारण मार्च 2020 की वार्षिक परीक्षाओं के बाद से बंद कर दिए गए थे।
केंद्रीय विद्यालय एवं जवाहर नवोदय विद्यालय की कक्षाएं छात्रों के लिए खोले जाने के बावजूद यहां भी छोटी कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल बंद हैं।
अभिभावकों के बीच भी फिलहाल छोटी कक्षाओं को खोले जाने के विषय पर एक राय नहीं है।
अखिल भारतीय अभिभावक संघ के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल के मुताबिक सरकार द्वारा मौजूदा शैक्षणिक वर्ष जीरो एजुकेशन ईयर घोषित किया जाना चाहिए।
महामारी के कारण उत्पन्न हुई स्थिति को देखते हुए सभी छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट किया जाना चाहिए।