नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उम्मीद जताई है कि हमारे समन्वित प्रयासों से एयरो इंडिया-2021 सफल अंतरराष्ट्रीय आयोजन बनकर उस उद्देश्य की पूर्ति करेगा, जिसके लिए इसे आयोजित किया गया है।
कर्नाटक को सॉफ्टवेयर उद्योग में अपने नेतृत्व के लिए लंबे समय से जाना जाता है।
एयरो इंडिया रक्षा विनिर्माण, भारत में निवेश, नवाचार और रक्षा विनिर्माण केंद्र के रूप में देश की उपलब्धियों को आगे बढ़ाएगा।
बुधवार से बेंगलुरु में शुरू हो रहे अंतरराष्ट्रीय हथियार मेला एयरो इंडिया-2021 से एक दिन पहले ’कर्टन रेजर’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया कोविड-19 की वजह से एक सबसे बड़ी महामारी से गुजर रही है, जिसने भारत सहित कई देशों को अपरिहार्य प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर किया है।
एयरो इंडिया का यह संस्करण एक विशुद्ध रूप से बिजनेस इवेंट होगा और ऑनलाइन बुकिंग के आधार पर एयरो शो तक आम जनता की पहुंच सीमित रहेगी।
एयरो इंडिया-2021 आभासी प्रदर्शनी के साथ विश्व की पहली एवर हाइब्रिड एयरो और रक्षा प्रदर्शनी है जिसमें सेमिनार, संवाद, उत्पाद प्रदर्शन आदि कार्यक्रम भी होंगे।
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत की आईटी राजधानी बेंगलुरु में यह आयोजन न केवल विदेशी और घरेलू निवेशकों के लिए पसंदीदा स्थलों में से एक है बल्कि इससे भारत के साथ रक्षा और आर्थिक जुड़ाव के लिए राज्य की स्थिति भी मजबूत करने में मदद करेगी।
एयरो इंडिया-2021 के मुख्य आकर्षण इंडिया पवेलियन का उद्घाटन, हिन्द महासागर क्षेत्र के रक्षा मंत्रियों का सम्मेलन, विभिन्न देशों के वायु सेना प्रमुखों के सम्मेलन, भारत-रूस सैन्य सम्मेलन, स्टार्टअप मंथन आदि होंगे।
उन्होंने कहा कि हिन्द महासागर क्षेत्र के रक्षा मंत्री कॉन्क्लेव व्यापार, सुरक्षा और नेविगेशन की स्वतंत्रता के दृष्टिकोण से क्षेत्र की प्रासंगिकता और हिस्सेदारी धारकों के लिए इसके निरंतर महत्व को सुदृढ़ करेंगे।
अंतरराष्ट्रीय हथियार मेला के बारे में जानकारी देते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि इसमें विदेशी और स्वदेशी 600 से अधिक कम्पनियां अपने-अपने रक्षा उत्पादों और विनिर्माण कौशल का प्रदर्शन करेंगी।
एयरो इंडिया-2021 दुनिया की सबसे शक्तिशाली रक्षा अर्थव्यवस्था में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त करने, साझेदारी और निवेश के रूप में भारतीय रक्षा उद्योग के साथ भारी वैश्विक जुड़ाव बनाने में मदद करेगा।
एयरो इंडिया-21 नए भारत की नई पहलों की साक्षी होगा, जो वास्तविकता में भारत की क्षमता को बदलना शुरू कर चुकी है।
उन्होंने इस कार्यक्रम की मेजबानी के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और उनकी पूरी टीम को धन्यवाद देने के साथ ही उन्होंने रक्षा उत्पादन विभाग, सशस्त्र बलों और विशेष रूप से आयोजन समिति के अधिकारियों को भी बधाई दी।
राजनाथ सिंह ने चीन सीमा पर भारतीय सैनिकों की तैनाती के बारे में कहा कि मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि हमारे मजबूत रुख, तत्काल प्रतिक्रिया और सीमा पर सैनिकों की तैनाती ने तनाव की स्थिति को स्थिर कर दिया और हमने अपने देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करने का संकल्प दिखाया।
चीन का नाम लिये बगैर उन्होंने कहा कि हमारा मजबूत स्टैंड, तुरंत जवाबी कार्रवाई और हमारे सैनिकों के हौसले की वजह से बॉर्डर पर स्थिति नियंत्रण में रही और हमने दिखाया कि हम अपने देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।