नई दिल्ली: इन दिनों बागेश्वर बाबा (Bageshwar Baba) सुर्ख़ियों में छाए हुए हैं। वहीं अब बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) सरकार किस राजनैतिक पार्टी (Political Party) के साथ हैं? इसे लेकर कई तरह की बातें की जा रही हैं।
बागेश्वर धाम सरकार ने इन अफवाहों पर विराम लगाया है। उन्होंने वीडियो (Video) जारी करते हुए कहा कि है कि बागेश्वर धाम पीठ (Bageshwar Dham Peeth) और बागेश्वर सरकार (Bageshwar Government) किसी भी राजनैतिक पार्टी के साथ नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि इस तरह का भ्रम फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, हाल ही सोशल मीडया (Social Media) में एक कटिंग वायरल (Cutting Viral) हुई थी जिसमें कहा गया था कि ये कांग्रेस के समर्थन में बागेश्वर धाम सरकार पदयात्रा करेंगे। इस कटिंग के खिलाफ बागेश्वर सरकार ने सफाई देते हुए कहा था कि ये पूरी तरह से फेक खबर है।
केवल सनातन धर्म के पुजारी हैं हम
बागेश्वर सरकार ने कहा कि मैं बड़ी विनम्रता के साथ कहता हूं कि Bageshwar Dham Peeth और बागेश्वर सरकार को किसी भी पार्टी से नहीं जोड़ा जाए।
उन्होंने कहा कि बागेश्वर परिवार (Bageshwar Family) और पीठ केवल सनातन धर्म का सपोर्ट करता है। इसलिए मेरी प्रार्थना है कि इस धाम को किसी भी राजनैतिक दल से नहीं जोड़ा जाए।
केवल आशीर्वाद लेने आते हैं राजनैतिक दल के लोग
बागेश्वर धाम सरकार ने कहा कि राजनैतिक दल (Political Party) के लोग यहां आए लेकिन किसी तरह का सपोर्ट लेने के लिए नहीं बल्कि आशीर्वाद लेने के लिए आए।
बागेश्वर धाम सरकार ने कहा कि जो भी लोग इस तरह की भ्रमक जानकारी देते हैं उनके खिलाफ हम कानूनी कार्रवाई करेंगे। बागेश्वर धाम सरकार ने कहा कि हमारी विचारधारा किसी भी राजनैतिक पार्टी की विचार धारा नहीं है।
गलत खबर फैलाने वालों के खिलाफ होगी कानूनी कार्रवाई
बागेश्वर धाम सरकार ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि बिना हमारी अनुशंसा के किसी भी राजनैतिक पार्टी को समर्थन देने के बारे में नहीं लिखा जाए।
जो लोग ऐसा करते हैं उनके खिलाफ हम कानूनी एक्शन (Legal Action) लेंगे। बागेश्वर धाम सरकार ने कहा कि हम हनुमान जी (Hanuman) के थे, हैं और जब तक जीवन है केवल हनुमान जी के ही रहेंगे।
सीएम शिवराज सिंह चौहान पहुंचे थे बाबा के दरबार
बता दें कि हाल ही में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान(CM Shivraj Singh Chouhan) , बागेश्वर धाम सरकार के दरबार में पहुंचे थे।
जिसके बाद बाबा को लेकर तरह-तरह की राजनैतिक दावे किए जा रहे थे। हालांकि कमलनाथ और शिवराज सिंह चौहान ने मुलाकात के बाद कोई राजनैतिक टिप्पणी नहीं की थी।
दरअसल, सोशल मीडिया में एक पोस्टर वायरल (Poster Viral) हुआ था। यह पोस्टर विदिशा से कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव (Shashank Bhargava) के नाम पर वायरल हुआ था।
इस वायरल पोस्टर में दावा किया गया था कि बागेश्वर धाम सरकार 121 किमी की पद यात्रा कांग्रेस (Congress) के समर्थन में करेंगे। इस पोस्टर को बागेश्वर सरकार ने फर्जी बताया था।