चंडीगढ़: भारतीय जनता पार्टी के बाद अब शिरोमणि अकाली दल ने भी पंजाब में सत्ताधारी कांग्रेस पर उनके कार्यक्रमों में हुड़दंग मचाने और गुंडागर्दी करने के आरोप लगाया है।
दल ने एक दिन पहले श्री फतेहगढ़ साहिब गुरुद्वारा परिसर में जहां ‘साहिबजादों के सर्वोच्च बलिदान के उपलक्ष्य में ‘शहीदी समागम’ किया जा रहा था, में की गई गुंडागर्दी और हिंसा में लिप्त होने के लिए कांग्रेस पार्टी की निंदा की है।
मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए वरिष्ठ नेता प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा तथा डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि कांग्रेस ने सिख ‘संगत’ की भावनाओं को न केवल काले झंडे दिखाकर बल्कि ‘दस्तारें’ फाड़कर निंदनीय काम किया है। यहां तक कि उन्होंने श्रद्धालुओं को दी जाने वाली ‘लंगर’ की चाय के बर्तनों का भी अपमान किया है।
फतेहगढ़ साहिब के जिलाअध्यक्ष जगदीप सिंह चीमा, पूर्व विधायक दीदार सिंह भट्टी, स्वर्ण सिंह चनरथल, दरबारा सिंह गुरु, गुरप्रीत सिंह राजुखन्ना तथा एसजीपीसी मेंबर अवतार सिंह राय, रविंदर सिंह खालसा सहित कई अन्य नेताओं ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से कहा है कि धार्मिक स्थलों पर ऐसे नीच कृत्यों को बढ़ावा देकर पंजाब की शांति के लिए खतरा न पैदा करें।
प्रोफेसर चंदूमाजरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी उन एजेंसियों के हाथों में खेल रही है जो किसान संघर्ष को नुकसान पहुंचाना चाहती हैं।
उन्होंने कहा कि पहले भी इस तरह के हथकंडे कांग्रेस पार्टी को काफी महंगे साबित हुए थे। उन्होंने उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई न करने पर पुलिस की भी निंदा की है।
प्रोफेसर चंदूमाजरा ने कहा कि कांग्रेस सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए ऐसी घटनाओं को प्रोत्साहित कर सकती है लेकिन शिरोमणी अकाली दल चुप नहीं बैठेगा। हम न केवल ऐसे तत्वों का पर्दाफाश करेंगे बल्कि जनता के सामने भी लेकर जाएंगे।
उन्होंने खन्ना के विधायक गुरकीरत कोटली के साथ कांग्रेस के एक प्रमुख परिवार से संबंध रखने वाले मुख्य टहलदीप सिंह की तस्वीरें भी दिखाईं। उसके बाद कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल के साथ साथ एनडीए गठबंधन छोड़ने ‘किसान संघर्ष’ के साथ एकजुट रहने वाली शिरोमणी अकाली दल से कांग्रेस पार्टी निराश हो गई है।
शिरोमणी अकाली दल अन्य समान विचारधारा वाले क्षेत्रीय दलों के साथ मिलकर समर्थन प्राप्त करने में सफल रहा है। उन्होंने कहा कि जाहिरा तौर पर कांग्रेस इसे इसीलिए पसंद नहीं कर रही है, क्येांकि उसने राज्य में आतंकवाद से पहले भी ऐसी ही हरकतें की थीं।
डाॅ. चीमा ने कांग्रेस द्वारा की गई अत्यधिक उकसावे की कार्रवाई में आत्मसंयम बनाए रखने के लिए शिरोमणि अकाली दल के फतेहगढ़ साहिब के अध्यक्ष जगदीप चीमा की सराहना की।
उन्होंने कहा कि ऐसे पवित्र स्थान पर जब साहिबजादों के सर्वोच्च बलिदानों के लिए पूरा राज्य शोक में था, तो कोई अप्रिय घटना न घटे, इसलिए अकाली दल ने पूरा संयम बरता। उन्होंने कहा कि जाहिर तौर पर इन भावनाओं का कांग्रेस के लिए कोई मतलब नहीं है, जिसने गुरुद्वारे की ‘मर्यादा’ के साथ-साथ लंगर सेवा की परंपरा का भी उल्लंघन किया है।