लंदन: फाइजर का कोविड वैक्सीन लगने के बाद होने वाले असर की रिपोर्ट करने वाले लोगों पर ब्रिटेन में अध्ययन हुआ है। इसमें सामने आया है कि वैक्सीन लगने के बाद ज्यादातर लोगों में सामने आए लक्षण गंभीर नहीं हैं।
गुरुवार को कोविड सिम्पटम्स स्टडी एप द्वारा जारी किए गए निष्कर्षो के अनुसार, ज्यादातर लक्षण टीकाकरण होने के तुरंत बाद के 2 दिनों में होते हैं।
इनमें भी सिरदर्द, थकान और ठंड लगना या चक्कर आना सबसे आम है। शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग पहले कोरोनावायरस के संपर्क आए हैं, उनमें यह संभावना अधिक है कि उन्हें टीकाकरण के बाद ऐसे अनुभव हों।
टीम ने लगभग 40,000 लोगों की रिपोर्ट का विश्लेषण किया। ये वो लोग हैं, जिन्हें दिसंबर में टीका लगाया गया था। इनमें से 23,308 लोग ऐसे थे, जिन्हें एक डोज मिला था और 12,444 लोग ऐसे थे, जिन्हें दोनों डोज मिल चुके थे।
अध्ययन से पता चला कि पहला डोज लेने के एक या दो दिन बाद 10 में से लगभग 4 लोगों को अपने कंधे में दर्द या सूजन अनुभव हुई।
बता दें कि कोविड सिम्पटम्स स्टडी को एक हेल्थ साइंस कंपनी जेडओई के साथ मिलकर डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने बनाया है।
इस स्टडी का नेतृत्व किंग्स कॉलेज लंदन के प्रोफेसर टिम स्पेक्टर ने किया। स्पेक्टर ने ट्वीट कर कहा है, हमारा जेडओई ऐप का डेटा 40,000 हेल्थ केयर वर्कर्स में 12 दिनों के बाद बीमारी से बचने के संकेत दिखा रहा है।
ब्रिटेन में फाइजर/बायोएनटेक कोविड-19 वैक्सीन 8 दिसंबर से लगना शुरू हुई थी। तब से यहां लाखों लोगों को टीका लग चुका है।
इसमें बुजुर्ग, हेल्थ केयर वर्कर्स और एनएचएस स्टॉफ के लोग शामिल हैं।
शोधकर्ताओं ने उन लोगों के बीच भी टीकाकरण के प्रभावों की तुलना की, जिन्हें कोविड-19 हुआ था और जिन्हें यह संक्रमण नहीं हुआ था।
विश्लेषण से पता चला है कि ऐसे लोग जिन्हें कोविड संक्रमण हुआ था, उनमें से एक तिहाई लोगों में वैक्सीन लगने के 7 दिनों के अंदर कम से कम एक लक्षण दिखाई दिया है।
जबकि ऐसे लोग जिन्हें कोरोना संक्रमण नहीं हुआ था, उनमें 5 में से केवल 1 व्यक्ति को ही वैक्सीन लगने के बाद कोई लक्षण आए हैं।