बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय में गुरुवार को एक युवक के नदी में डूबने के बाद भारी बवाल हो गया है। युवक के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने बेगूसराय के बखरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर हमला कर दिया।
जमकर तोड़फोड़ मचाने के बाद पीएचसी प्रभारी के गाड़ी समेत कई अन्य वाहनों में आग लगा दिया। आक्रोशित लोगों को समझाने जब पुलिस पहुंची तो लोगों ने डीएसपी के आवासीय कार्यालय में भी जमकर तोड़फोड़ मचाया।
आक्रोशित लोगों को समझाने के दौरान भीड़ ने थाना की पुलिस पर भी हमला कर दिया, जिसमें परिहारा थाना प्रभारी समेत कई पुलिस कर्मियों को भीषण चोट आई है।
लोगों ने परिहारा ओपी तथा पीएचसी प्रभारी के गाड़ी को भी पूरी तरह से जला दिया। समाचार संकलन करने गए पत्रकारों को भी लोगों ने पीट दिया है।
घटना की सूचना मिलने के बाद आसपास कई थाना की पुलिस पहुंची, जिसके बाद लोग और आक्रोशित हो गए तथा पीएससी प्रभारी के आवास को जलाने के साथ डीएसपी के आवास पर भी हमला कर दिया।
भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को दस राउंड से अधिक गोली चलानी पड़ी लेकिन लोग काफी आक्रोशित है तथा बवाल बढ़ता जा रहा है।
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि शकरपुरा स्थित छोटी बागमती नदी में प्रातः कालीन अर्घ्य के दौरान गहरे पानी में चले जाने से मदन रजक का पुत्र ननकू रजक डूब गया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने उसे निकालकर बखरी पीएचसी लाया।
जहां समुचित इलाज करने के बदले बेगूसराय रेफर कर दिया, इलाज के लिए ले जाने के दौरान रास्ते में उसकी मौत हो गई। मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने अनुमंडल चौक पर शव रखकर हंगामा करना शुरू कर दिया।
लोगों का कहना है कि कई दशक से बखरी पीएससी में कार्यरत प्रभारी डॉ. एमपी चौधरी लोगों का इलाज करने के बदले मनमानी करते हैं। समय पर इलाज होता तो युवक की जान बचाई जा सकती थी।
मौत की सूचना मिलने के बाद धीरे-धीरे सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई तथा लोगों ने थाना पुलिस पर हमला करने के साथ-साथ बखरी पीएचसी एवं डीएसपी आवास पर हमला कर दिया।
फिलहाल आसपास के आधे दर्जन से अधिक थाना की पुलिस मौके पर कैंप कर रही है, जिला से भी अतिरिक्त पुलिस बल को मंगाया गया है। लेकिन लोगों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।
आक्रोशित लोग प्रभारी चिकित्सा प्रभारी को भीड़ के हवाले करने तथा सभी कर्मियों को तुरंत हटाने की मांग को लेकर लगातार तोड़फोड़ कर रहे हैं।