Air India की यात्री ने कंपनी से मांगा 30 लाख हर्जाना, भेजा कानूनी नोटिस

News Aroma Media

नई दिल्ली: एअर इंडिया Air India की एक यात्री ने हाल ही में 45 लाख यात्रियों के निजी डेटा लीक होने के बाद एयरलाइन से हर्जाना मांगा है जिसमें उनका और उनके पति का डेटा भी शामिल था।

यात्री के वकील ने कहा कि रितिका हांडू ने एअर इंडिया प्रबंधन को एक कानूनी नोटिस भेजा जिसमें उन्होंने कहा है कि एयरलाइन ने उन्हें एक जून को इस ‘डेटा लीक के बारे में सूचित किया था।

यात्री ने इसे अपने भूल जाने के अधिकार और सूचना संबंधी स्वायत्तता का उल्लंघन बताते हुए 30 लाख रुपए का मुआवजा मांगा है।

एअर इंडिया द्वारा भेजे गए ईमेल में कहा गया था कि एअर इंडिया के यात्री सेवा प्रणाली प्रदाता एसआईटीए ने इस साल फरवरी में एक परिष्कृत साइबर हमले का सामना किया था जिसके कारण दुनिया भर के 45 लाख यात्रियों का व्यक्तिगत डेटा लीक हो गया था जिसमें एअर इंडिया का यात्री डेटा भी शामिल था।

 ईमेल में कहा गया था, इस लीक में 26 अगस्त, 2011 और 20 फरवरी, 2021 के बीच पंजीकृत व्यक्तिगत डेटा शामिल था।

इसमें नाम, जन्मतिथि, संपर्क जानकारी, पासपोर्ट जानकारी, टिकट की जानकारी, स्टार एलायंस और एयर इंडिया फ़्रीक्वेंट फ़्लायर डेटा (लेकिन कोई पासवर्ड डेटा प्रभावित नहीं हुआ था) और साथ ही क्रेडिट कार्ड डेटा था।

हालांकि, इस तरह के डेटा के संबंध में सीवीवी या सीवीसी नंबर हमारे डेटा प्रोसेसर के पास नहीं हैं।

दिल्ली में पत्रकार के रूप में कार्यरत हांडू ने अपने नोटिस में एअर इंडिया पर जानबूझकर व्यक्तिगत डेटा लीक करने और संवेदनशील जानकारी के उल्लंघन का आरोप लगाया है।

अधिवक्ता अश्विनी कुमार दुबे के जरिए भेजे गए नोटिस में कहा गया है, नोटिस पाने वाला (एअर इंडिया) मेरे मुवक्किल की संवेदनशील जानकारी और व्यक्तिगत डेटा को लीक करने का दोषी है।

नोटिस में कहा गया है, मेरे मुवक्किल को आपके (नोटिस प्राप्त करने वाला) की हालिया सुरक्षा चूक के बारे में जानकर हैरानी हुई जिसके कारण बड़े पैमाने पर व्यक्तिगत डेटा लीक हुआ जिसमें संवेदनशील व्यक्तिगत जानकारी और व्यक्तिगत डेटा शामिल है, जिससे मेरे मुवक्किल के व्यक्तिगत डेटा के दुरुपयोग का खतरा है।