नई दिल्ली: कभी आतंक के खौफ से खामोश नजर आने वाली श्रीनगर की मशहूर डल झील रविवार को एक अलग ही रंग में नजर आई।
मौका था पाकिस्तान से ’71 के युद्ध में जीत के 50 साल पूरे होने पर मनाये जा रहे ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ समारोह के हिस्से के रूप में वायुसेना की एयर शो का।
इस दौरान मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमानों के निर्माण का फ्लाईपास्ट हुआ जबकि सुखोई-30 और एसयू-20 ने प्रभावशाली एरोबेटिक प्रदर्शन किया।
श्रीनगर की विश्व प्रसिद्ध डल झील के ऊपर आज पहली बार वायुसेना ने एयर शो आयोजित करके प्रभावशाली आसमानी करतब दिखाए।
मिग-21 बाइसन और सुखोई-30 लड़ाकू विमानों के मार्च पास्ट ने घाटी के लोगों को उड्डयन क्षेत्र और वायु सेना के प्रति आकर्षित किया। इस शो में 3,000 से अधिक स्कूली बच्चे और कॉलेज के छात्र भी शामिल हुए।
इस एयर शो को ‘फ्रीडम फेस्टिवल’ का नाम दिया गया और शो की थीम ‘गिव विंग्स टू योर ड्रीम्स’ रखी गई।
डल झील के ऊपर सूर्य किरण की टीम ने विमानों के साथ कई फ़ॉर्मेशन में एरोबेटिक प्रदर्शन किया।
इसके अलावा पैरामोटर, पावर्ड हैंड-ग्लाइडर और गैलेक्सी स्काई डाइविंग टीम का प्रदर्शन भी शो का आकर्षण रहा।
बड़ी संख्या में इस शो को देखने आए लोगों को पैरामोटर्स और पैरा-जंपर्स के प्रदर्शन ने मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस शो में केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ-साथ पश्चिमी वायु कमान के एओसी-इन-सी एयर मार्शल बीआर कृष्णा सहित 4000 से अधिक लोग शामिल हुए।
जम्मू-कश्मीर सरकार के सहयोग से आयोजित एयर शो को उपराज्यपाल सिन्हा ने शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल पारंपरिक श्रीनगर से झंडी दिखाकर रवाना किया।
बाद में समारोह को संबोधित करते हुए एलजी मनोज सिन्हा ने आज के एयर शो को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि भारतीय वायु सेना इस तरह के आयोजन करके जम्मू-कश्मीर के युवाओं को प्रतिष्ठित वायु सेना में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करती रहेगी।
उन्होंने शहीद हुए भारतीय वायुसेना अधिकारियों और जवानों को देश की सुरक्षा में उनके बलिदान के लिए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
केंद्र शासित प्रदेश में एयर शो का मुख्य उद्देश्य घाटी के युवाओं को भारतीय वायु सेना में शामिल होने और क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करना था।
यह शो छात्रों में अपने सपनों को पंख देने का जुनून भी विकसित करेगा।
अधिकारियों के अनुसार यह एयर शो कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहे युवाओं को भारतीय वायुसेना में शामिल होने के लिए प्रेरित करने में मदद करेगा।
इन छात्रों को भारतीय वायुसेना की उपलब्धियों, बल में रोजगार के अवसरों, भर्ती नियमों और पात्रता मानदंडों से भी परिचित कराया गया।