रांची: CBI के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत में नेशनल राइफल शूटर (National Rifle Shooter) तारा शाहदेव (Tara Shahdev) मामले के मुख्य आरोपित रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल की ओर से बनाए गए गवाह एयरटेल के अधिकारी (Airtel Executives) ने सोमवार को गवाही दी।
पिछली सुनवाई में CM के अधिकृत व्यक्ति ने दी थी गवाही
कोहली की ओर से एक टेलीफोन नंबर दिया गया था, जिसके बारे में सूचना मांगी गई थी।
एयरटेल अधिकारी ने गवाही में बताया कि तारा शाहदेव प्रताड़ना के जिस घटना का जिक्र किया जा रहा है, उस दौरान यह टेलीफोन नंबर रंजीत सिंह कोहली के नाम पर था।
एयरटेल के अधिकारी की ओर से इससे संबंधित दस्तावेज भी कोर्ट में प्रस्तुत किए गए।
मामले में अगली गवाही 23 जून को होगी। इससे पूर्व रंजीत कोहली की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) को भी गवाह बनाया गया था।
पिछली सुनवाई में मुख्यमंत्री के अधिकृत व्यक्ति मुस्ताक आलम ने गवाही दी थी।
2015 में CBI ने किया था केस टेक ओवर
मामले में मुख्य आरोपित रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल के अलावा हाई कोर्ट के बर्खास्त पूर्व रजिस्ट्रार मुश्ताक अहमद और कोहली की मां कौशल रानी ट्रायल फेस कर रहे है।
रंजीत कोहली और तारा शाहदेव की शादी सात जुलाई 2014 को हुई थी। शादी के बाद ही मारपीट एवं उत्पीड़न की घटनाएं होने लगी थी।
CBI ने हाईकोर्ट के आदेश पर 2015 में केस टेक ओवर किया था।
लेकिन शादी के कुछ माह बाद उसे धर्म परिवर्तन करने प्रताड़ित किया जाने लगा।
आरोपितों के खिलाफ 2 जुलाई 2018 को आरोप गठित किया गया था।