Akasa Airlines: टॉप एयरलाइंस की सूची में नया नाम जुड़ने वाला हैं। AKASA एयर दुनिया की TOP-30 एयरलाइंस बनने की राह पर है। ऐसा हाल ही में 150 बोइंग 737 मैक्स विमानों के ऑर्डर के बाद मुमकिन हुआ है। यह दावा एयरलाइन के को-फाउंडर और सीईओ विनय दुबे ने 18 जनवरी को किया।
बोइंग और अकासा एयर ने Wings India 2024 एयर शो के दौरान खुलासा किया कि अकासा ने अपनी ऑर्डर बुक में 150 और जेट जोड़े हैं, जिसमें 737-10 हवाई जहाज और अतिरिक्त 737-8-200 जेट शामिल हैं।
कर्मचारियों पर जताया गर्व
विनय दुबे ने कहा कि हमें अकासा एयर के 3500 कर्मचारियों पर बहुत गर्व है, जिनके बिना हम इस ऐतिहासिक ऑर्डर का अनाउंसमेंट नहीं कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इन 150 विमानों के ऑर्डर के साथ अब हमारे पास कुल 226 विमानों का ऑर्डर है। अब हम गर्व और विश्वास के साथ कह सकते हैं कि हम दुनिया की टॉप-30 एयरलाइन बनने की राह पर हैं।
कैसे पहुंचा यहां तक
अकासा एयर के CEO ने कहा कि ये महज दो चीजों की बदौलत मुमकिन हो पाया हैं। पहला अकासा एयर के लिए काम करने वाले लोगों की इच्छाशक्ति और दूसरा अपना देश भारत है। उन्होंने कहा कि जब सकल घरेलू उत्पाद यानी GDP और प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद बढ़ रहा है, सरकार के पास उस तरह का बुनियादी ढांचा, निवेश और नीतियां हैं, जो हमें यह विश्वास दिलाती हैं कि एक आम आदमी भी विमान में सफर कर सकता है।
‘अधिक से अधिक घरेलू गंतव्यों को जोड़ने पर ध्यान’
विनय दुबे ने बताया कि घरेलू स्तर पर हम पहले से 17 गंतव्यों के लिए उड़ान भर रहे हैं। हाल ही में हमने 18वें गंतव्य के रूप में अयोध्या की घोषणा की है। हमारा ध्यान अधिक से अधिक घरेलू गंतव्यों को जोड़ना है। उन्होंने कहा कि हम दोहा, रियाद, जेद्दा और कुवैत के लिए उड़ान सेवा शुरू करना चाहते हैं।
जताया आभार, इनको किया धन्यवाद
अकासा एयर के को-फाउंडर ने दिवंगत अरबपति और जाने-माने निवेशक राकेश झुनझुनवाला को भी एयरलाइन में निवेश करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक एयरलाइन को वित्तीय रूप से मजबूत होना चाहिए। इसमें हमारी मदद राकेश झुनझुनवाला ने की, जिसके लिए हम हमेशा उनके आभारी रहेंगे।
अकासा एयरलाइन की स्थापना कब हुई?
बता दें कि अकासा एयरलाइन की स्थापना 2022 में हुई थी। इसकी हिस्सेदारी घरेलू बाजार में लगभग चार प्रतिशत है। यह कंपनी परिचालन के 17 महीनों के अंदर 200 से अधिक विमानों का ऑर्डर देनेवाली पहली भारतीय एयरलाइन बन गई है।