Recognition of Colleges: नियमों को ताक पर रखकर बिहार के करीब 40 कॉलेजों को मान्यता (Recognition of Colleges) दे दी। मान्यता देने वाले अधिकारी या तो स्थानांतरित हो गए या रिटायर।
अब दूसरे अधिकारी आए तो उन्होंने नियमों का हवाला देते हुए इन कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी। परिणाम ये हुआ कि इन कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों को क्रेडिट कार्ड योजना (Credit Card Scheme) का लाभ नहीं मिल पाएगा।
कई कॉलेजों को संबंद्धता दी
बिहार के आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय (AKU) ने एक साथ 40 कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी है। एक साथ इतने कॉलेजों की मान्यता पहले कभी रद्द नहीं की गई थी।
पूर्व के अधिकारियों ने नियम कानून को ताक पर रखकर कई कॉलेजों को संबंद्धता (Affiliation) दी थी। जांच के बाद इन कॉलेजों की मान्यता को रद्द कर दिया गया है।
साथ ही इन कॉलेजों के नाम से स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड योजना का भी लाभ नहीं मिलेगा। इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने बताया कि जिन 40 कॉलेजों की मान्यता रद्द की गई है। इसमें कई कॉलेज कागजों पर चल रहे थे। कई कॉलेजों में नामांकन तक नहीं हुआ था।
सत्र 2022-23 से रुके हुए सभी 60 से अधिक कॉलेजों के स्टूडेंट्स को अब DRCC द्वारा स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड की राशि मिल जाएगी। इसका फैसला कोर्ट बैठक में लिया गया है।
इसके साथ ही अब AKU से मान्यता प्राप्त सभी शिक्षण संस्थानों को एक साल की ही मान्यता दी जायेगी। तीन साल की मान्यता नहीं मिलेगी। सभी शैक्षणिक संस्थानों को एक ही नामांकन सत्र की अनुमति दी जाएगी।
इधर, कुलपति प्रो. रामेश्वर सिंह ने कहा कि ने बताया कि 40 कॉलेजों की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई थी। इनकी मान्यता रद्द कर दी गई है। AKU के कोर्ट की बैठक में DRCC के साथ सालाना बजट पर सहमति बनी है।
40 कॉलेजों की हकीकत सामने आई
इस मामले की जांच के बाद इन 40 कॉलेजों की हकीकत सामने आई थी। इसका मुद्दा विवि के कोर्ट की बैठक में लिया गया है। कोर्ट बैठक में मान्यता रद्द करने के लिए हरी झंडी दी गई।
AKU से मान्यता प्राप्त 80 से अधिक कॉलेजों को पिछले डेढ़ साल से स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड (Student Credit Card) का लाभ नहीं मिल रहा था। जिससे छात्र काफी परेशान थे। कोर्ट की बैठक में DRCC के निर्णय के बाद छात्रों और अभिभावकों ने राहत की सांस ली है।
AKU के मान्यता प्राप्त कई कॉलेज प्रशासन ने स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड का लाभ मिलने की सराहना की है। आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय से जिन 40 कॉलेजों की मान्यता रद्द की गई है, उन कॉलेजों में नामांकित छात्र परीक्षा फॉर्म नहीं भर पाएंगे।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. राजीव रंजन (Dr. Rajeev Ranjan) ने बताया कि अब इन कॉलेज के छात्रों की परीक्षा नहीं होगी। इन कॉलेजों की मान्यता भी दोबारा बहाल नहीं की जाएगी। जांच के दौरान पाया गया कि इन कॉलेजों की स्थिति अच्छी नहीं थी।