जयपुर: राजस्थान में बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लूएन्जा) के संक्रमण को लेकर दहशत कायम हो गई है। झालावाड़ में कौओं की आकस्मिक मौतों से शुरू हुआ यह सिलसिला अब प्रदेशभर के कई जिलों तक पहुंच गया है।
झालावाड़ में आकस्मिक मरे कौओं के सैम्पल भोपाल की लैब में भेजने के बाद उनमें बर्ड फ्लू के संक्रमण की पुष्टि हुई हैं।
ऐसे में अब पशुपालन विभाग ने पूरे राज्य के लिए अलर्ट जारी कर दिया है।
प्रदेश के जिन इलाकों में पक्षियों की आकस्मिक मौतें हो रही हैं, वहां संबंधित जिला प्रशासन घटनास्थल के एक किलोमीटर वर्ग परिधि में धारा 144 लगा रहे हैं, जबकि जलस्रोतों के इर्द-गिर्द संबंधित विभागों को पक्षियों के सामूहिक एकत्रीकरण पर रोक लगाने के आदेश जारी किए जा रहे हैं।
प्रदेश में कौओं की मौतों का सिलसिला बदस्तूर जारी है।
रविवार को जयपुर समेत 7 जिलों में 135 कौओं ने दम तोड़ दिया।
अब तक करीब 250 से ज्यादा कौओं की मौत हो चुकी है। आशंका जताई जा रही है कि बर्ड फ्लू के कारण ये मौतें हो रही हैं।
गुजरे 24 घंटे में हनुमानगढ़ में 88, झालावाड़ में 13, बारां में 12, जयपुर और जोधपुर में 7-7 व पाली और बीकानेर में 4-4 कौओं की मौत हुई है।
पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. वीरेन्द्र सिंह ने स्थिति पर नजर रखने के लिए राज्य स्तर के साथ जिला स्तर व ब्लॉक स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं।
अब तक झालावाड़ में 100, कोटा में 47, बारां में 72, पाली में 19, जोधपुर में 7 व जयपुर में 7 कौओं समेत 252 की मौत हुई हैं।
स्थिति पर निगरानी के लिए विभाग द्वारा विशेषज्ञ दल गठित कर कोटा, जोधपुर, भरतपुर एवं अजमेर सम्भाग के लिए रवाना किए गए हैं।
अब पक्षियों में बर्ड फ्लू महामारी तेजी से फैल रही है, जिससे प्रदेश में कई जगह सैकड़ों कौओं की मौत हो चुकी है।
इस महामारी को देखते हुए वन विभाग सतर्क हो चुका है।
झालावाड़ जिले में फैले बर्ड फ्लू से पक्षियों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा।
यहां बीती देर शाम को भी 12 कौए, 2 कबूतर और एक कोयल मृत हालत में मिली।
पनवाड़ क्षेत्र में दर्जनों मुर्गियों की भी अज्ञात कारणों से मौत हुई है।
बर्ड फ्लू से अब झालावाड़ शहर के साथ ही जिले के अन्य कस्बों असनावर, पनवाड़, पिड़ावा, चौमहला तथा झालरापाटन में भी पक्षियों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं।
राज्य पशु रोग निदान केंद्र जयपुर की टीम भी झालावाड़ पहुंच गई है और मॉनिटरिंग करते हुए मृत पक्षियों को गड्ढे में जलवा कर डिस्पोज करवा रही है।
मुर्गियों की मौत के बाद प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है और पोल्ट्री फार्म से मुर्गियों के सैंपल लेकर भोपाल भिजवाए हैं।
बर्ड फ्लू से इंसानों को भी खतरा है, इस कारण जिन इलाकों में पक्षियों की संदिग्ध मौतें हो रही हैं, वहां धारा 144 लगाकर आमजन का आवागमन निषिद्ध किया जा रहा है।
बीकानेर के लूणकरनसर व पांचू के बाद अब अन्य तहसीलों में भी कौवे मृत मिले हैं।
जिन इलाकों में कौवे मृत मिले हैं, वहां के लोगों ने वन विभाग के कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी है।
सोमवार सुबह बाना गांव और नापासर कस्बे में कौवे मृत मिले हैं। बीकानेर में अब तक करीब 20 कौवे मृत मिल चुके हैं, जिसके बाद वन विभाग बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट मोड पर है। नापासर मे शिव पाठशाला के पास सोमवार सुबह मृत कौवे पड़े देखे गए। श्रीडूंगरगढ़ के बाना गांव में भी मृत कौवे दिखने के बाद लोगों में दहशत का माहौल है।